लखीसराय. शहर के वार्ड 33 में स्थित पुरातात्विक दृष्टि से प्रसिद्ध लाली पहाड़ी पर नववर्ष के मौके लोगों ने जमकर पिकनिक का आनंद उठाया. वहीं लोगों ने लाली पहाड़ी पर विगत वर्षों में मिले बौद्ध महाविहार के भग्नावशेषों को भी देखा व लखीसराय के प्राचीन इतिहास से अवगत हुए. शहरवासियों की उमड़ पड़ी भीड़ को कंट्रोल करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा लाली पहाड़ी के नीचे पुलिस बल तैनात किये गये थे. लगभग 100 लोगों के पहाड़ से उतरने के बाद ही लोगों को ऊपर जाने की अनुमति दी जा रही थी. पहाड़ के ऊपर भी विधि व्यवस्था को कंट्रोल करने के लिए पुलिस बल तैनात थे. सुबह 10 बजे से ही भीड़ पहाड़ी पर उमड़ने लगी थी. कुछ लोग खाना तैयार करने वाले समान भी ऊपर ले जा रहे थे, लेकिन उन्हें ऊपर खाना तैयार करने वाले बर्तन ले जाने पर रोक लगा दी गयी. सबसे अधिक युवक व युवतियां की भीड़ देखी गयी. अधिकांश लोग पूरे परिवार को लेकर लाली पहाड़ी पर नव वर्ष का लुफ्त उठाते दिखे.
बच्चों ने मेले का उठाया लुफ्त
नव वर्ष को सेलिब्रेट करने के लिए पूर्व से ही बच्चों के लिए कई तरह के झूले भी लगाया गया था. वहीं कपड़ों और खंभे लगाकर बैरिकेडिंग भी किया गया था. बैरिकेडिंग से बाहर जाने पर रोक लगी हुई थी. बच्चे नौजवान युवक युवतियां झूले का जमकर आनंद उठा रहे थे. वहीं कुछ लोग बौद्ध धर्म से जुड़े चीजों को बड़े ही लालायित नजर से देखने में मशगूल आ रहे थे. वहीं कुछ लोग बादाम और लेमन टी का लुत्फ उठाते हुए नजर आ रहे थे. चाट पकोड़ा ठेला पर भी लोगों की भीड़ देखी गयी. भीड़ को कंट्रोल करने में पुलिस बल के लोग काफी व्यस्त लग रहे थे. कुल मिलाकर लाली पहाड़ी के ऊपर एवं नीचे लगे मेला का जमकर आनंद उठा रहे थे.
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