लखीसराय. बिहार का बैद्यनाथ धाम कहे जाने वाले श्री इंद्रदमनेश्वर महादेव अशोक धाम में दूसरी सोमवारी को लेकर अहले सुबह से श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. श्रद्धालु सुबह 3:30 बजे से ही हर-हर महादेव के नारे के साथ अशोक धाम पहुंच कर सरकारी पूजन के उपरांत भोले बाबा का जलाभिषेक किया. सुबह से ही मंदिर परिसर में पुरुष एवं महिलाओं की बड़ी-बड़ी कतार देखी गयी. जिसमें महिला श्रद्धालुओं की भीड़ अधिक थी. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए महिला एवं पुरुष पुलिस कर्मी मंदिर परिसर के अंदर एवं बाहर मौजूद रहे. मंदिरों में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिसकर्मियों के पसीने छूट रहे थे. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस बार भीड़ अधिक रहने के कारण पुलिसकर्मियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. भीड़ के कारण वृद्ध एवं बच्चे मंदिर के गर्भ गृह में नहीं जा सके. उन्हें मंदिर के बाहर ही रोक दिया गया.
एक लाख 10 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने किया शिवलिंग पर जलाभिषेक
अशोक धाम मंदिर ट्रस्ट के सचिव डॉ कुमार अमित के अनुसार इस सोमवार अशोक धाम मंदिर में शिवलिंग पर विगत सोमवार से आगे बढ़कर एक लाख 10 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया. पिछले सोमवार के मुकाबले इस सोमवारी को श्रद्धालुओं की भीड़ अधिक देखी गयी. सुबह 11 बजे तक एक लाख से अधिक श्रद्धालु जलाभिषेक कर चुके थे. जबकि एक बजे दोपहर तक मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं का तांता लगा देखा गया. दूसरे सोमवारी को श्रद्धालुओं के भीड़ के कारण मंदिर के पुजारी काफी व्यस्त दिखाई दे रहे थे. श्रद्धालु जलाभिषेक से पूर्व विद्वान पंडित के मंत्र उच्चारण के साथ जल एवं फूल लेकर संकल्प करवाया. इसके बाद ही कतार में खड़ा होकर श्रद्धालु जलाभिषेक किया है. अशोक धाम में दूर-दराज एवं आस-पास जिले के श्रद्धालु भी पैदल एवं साधन से पहुंचे हुए थे कई श्रद्धालु सिमरिया व बड़हिया स्थित गंगा नदी में स्नान कर वहां से गंगाजल लेकर पैदल ही अशोक धाम पहुंचकर बाबा के शिवलिंग पर जलाभिषेक किया है.
प्रशासनिक पदाधिकारी भी रहे मौजूद, तीसरी नजर से भी हो रही थी सुरक्षा
अशोक धाम में एसडीओ चंदन कुमार, एसडीपीओ शिवम कुमार समेत अन्य अधिकारी दोपहर 12 बजे तक अशोक धाम में मौजूद दिखाई दे रहे थे. जिसके बाद भीड़ के कम होते देख राहत की सांस ले एसडीओ व एसडीपीओ मंदिर से जिला मुख्यालय के लिए निकले. जिसका कारण ही रहा कि पहले एवं दूसरे सोमवारी के दौरान अनियंत्रित भीड़ होने के बाद भी किसी तरह की घटना नहीं घटी. श्रद्धालुओं की भीड़ पर सुरक्षाकर्मियों सहित सीसीटीवी से भी नजर रखी जा रही थी. जगह-जगह पुलिस बल भी तैनात कर दिये गये थे.
गर्भगृह में पुलिस बल के साथ एसडीआरएफ व स्काउट एंड गाइड की टीम ने संभाले रखा मोर्चा
सोमवार को श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम कर रखा था. जहां श्रद्धालुओं को बाहर कतार में लगाने के लिए मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में पुलिस बल अपना कर्तव्य बखूबी निभा रहे थे. वहीं गर्भगृह में स्थिति को संभालने व श्रद्धालुओं को सहूलियत से जलार्पण कराने का भार पुलिस कर्मियों के साथ साथ एसडीआएफ की टीम व स्काउट एंड गाइड की टीम पर था. जिनके द्वारा मंदिर के गर्भगृह में श्रद्धालुओं की भीड़ को पूरी तरह से नियंत्रित कर जलार्पण कराते हुए बाहर निकाला जा रहा था. जिससे तेजी से श्रद्धालुओं को जलार्पण कराने में सफलता मिली.
अशोक धाम मंदिर के गर्भगृह को किया गया वातानुकूलित
डीएम के आदेश पर दो दिन पूर्व ही अशोक धाम मंदिर के गर्भगृह को वातानुकूलित कर दिया गया. जिससे गर्भगृह में घंटो भीषण गर्मी में श्रद्धालुओं को नियंत्रित करने का कार्य करने वाले पुलिसकर्मियों व अन्य लोगों को काफी सहूलियत मिली. इस संबंध में अशोक धाम मंदिर के सदस्य प्रो. मनोरंजन कुमार ने बताया कि गर्भगृह के वातानुकूलित हो जाने से लोगों को काफी राहत मिली. वहीं संध्या में गर्भगृह को बंद कर बाबा का श्रृंगार करने के दौरान भी सुविधा होगी.
दूसरी सोमवारी को लेकर विभिन्न शिवालयों में भी की गयी पूजा-अर्चना
दूसरी सोमवारी को लेकर शहर एवं गांव के विभिन्न शिवालयों में श्रद्धालुओं ने पहुंचकर पूजा-अर्चना की. महिला श्रद्धालु के द्वारा उपवास भी रखा गया, तो कई श्रद्धालु फल एवं जल ग्रहण कर सोमवारी का व्रत रखा है. उपवास रखने वाले अधिकांश महिला श्रद्धालु शामिल हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है