लखीसराय. कई खाता धारकों से करोड़ों रुपये का गबन करने वाले सीएसपी संचालक दो सहोदर भाइयों को गिरफ्तार करने में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. अमहरा पुलिस दोनों भाइयों को हरियाणा के फरीदाबाद से गिरफ्तार करने के बाद ट्रांजिट रिमांड पर लेकर लखीसराय पहुंची. जिसके बाद बुधवार को एसपी पंकज कुमार ने अपने कार्यालय कक्ष में एक प्रेस वार्ता आयोजित कर दोनों आरोपियों को लेकर पूरी जानकारी दी. एसपी ने बताया कि अमहरा में सीएसपी संचालक करोड़ों रुपये के गबन का आरोपी दो सहोदर भाई को गिरफ्तार कर हरियाणा के फरीदाबाद से ट्रांजिट रिमांड पर लाया गया है. जिला मुख्यालय केएसएस कॉलेज के पीछे रहने वाले दोनों भाई के विरुद्ध पिछले वर्ष दिसंबर माह में अमहरा थाना में गबन का मामला दर्ज कराया गया था. एसपी ने बताया कि ये लोग वर्ष 2015 से ही सीएसपी खोले हुए थे. लॉकडाउन के दौरान पांच से छह हजार ग्राहकों से करोड़ों का गबन कर सीएसपी एवं लखीसराय स्थित घर में ताला लगाकर फरार हो गया था. भारतीय स्टेट बैंक लखीसराय के उपशाखा प्रबंधक आरिफ असर अंसारी के लिखित आवेदन के आधार पर 13 दिसंबर को अमहरा थाना कांड संख्या 969/23, भादवि की धारा 379/420 अंतर्गत राधेश्याम साव के पुत्र सूरज कुमार एवं नीरज कुमार के विरूद्ध नामजद मामला दर्ज हुआ था. अमहरा ओपी अंतर्गत सीएसपी कंपनी सेव सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड संचालक इन दोनों भाई के विरूद्ध पांच से छह हजार ग्राहकों से करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी कर गबन करने का आरोप लगाया गया था. इन्हीं अभियुक्तों के विरुद्ध मनोज कुमार के लिखित शिकायत पर उसी दिन अमहरा थाना कांड संख्या 970/23 भादवि की धारा-379/420/467/468 दर्ज हुआ था. जिसके अनुसार मनोज कुमार ने उक्त सीएसपी में दो लाख रुपये जमा किया था, जिसमें छह हजार रुपये निकासी एवं शेष पैसे का गबन का आरोप है. एसपी के अनुसार दोनों कांड के अनुसंधान के क्रम में यह बात सामने आयी कि सूरज कुमार साव द्वारा वर्ष 2015 से अमहरा ओपी स्थित सीएसपी केंद्र चलाया जा रहा था. उसी दौरान लॉकडाउन के बाद उक्त दोनों अभियुक्त ग्राहकों को पैसा जमा करने का ऑनलाइन स्लिप न देकर हाथ से अंकित कर पर्ची देते थे और ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी कर पैसा रख लेते थे. यह सिलसिला कई वर्षों तक चलता रहा, जिससे कई ग्राहकों के साथ विश्वासघात कर करोड़ों रुपये का गबन कर लिया गया. उक्त दोनों अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु लगातार छापामारी की जा रही थी. इसी क्रम में तकनीकी एवं मानवीय सूचना के आधार पर पता चला कि दोनों अभियुक्त हरियाणा में छिप कर रह रहे हैं. इसके उपरांत एसपी के निर्देश पर एक विशेष टीम का गठन किया गया. टीम द्वारा हरियाणा राज्य के फरीदाबाद से दोनों को गिरफ्तार किया गया. दोनों अभियुक्तों ने पूछताछ के दौरान बताया कि भाई नीरज की तबीयत खराब होने के कारण अधिक कर्ज हो गया था. तब उक्त दोनों अभियुक्तों ने एक योजनाबद्ध तरीके से कई ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी कर ग्राहकों के खाते में पैसा जमा न करके अपने पास रख लेते थे. जब पैसा अधिक हो गया तो दोनों भाई सीएसपी केंद्र और अपने घर में ताला बंद कर पूरे परिवार के साथ फरार हो गये. गबन किये गये पैसों एवं उनके आपराधिक इतिहास के संबंध में जांच चल रही है. एसपी ने बताया कि छापेमारी टीम में अमहरा थानाध्यक्ष राजीव कुमार, पुलिस अवर निरीक्षक संजीता कुमारी, डीआइयू शाखा के पुलिस अवर निरीक्षक अनामिका कुमारी, सिपाही विभूति कुमार, अमहरा थाना के सिपाही मुकेश कुमार एवं कौशल कुमार शामिल थे. वहीं प्रेस वार्ता के दौरान एसडीपीओ शिवम कुमार सहित छापेमारी दल के सदस्य उपस्थित थे.
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