दियारा इलाके में मंडराया बाढ़ का खतरा, टोटहा जाने वाली सड़क पर चढ़ा पानी
पिछली 24 घंटे में गंगा एवं किऊल नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण सूर्यगढ़ा एवं आसपास क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा एक बार फिर मंडराने लगा है.
सूर्यगढ़ा. पिछली 24 घंटे में गंगा एवं किऊल नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण सूर्यगढ़ा एवं आसपास क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा एक बार फिर मंडराने लगा है. निचला इलाका पानी से पूरी तरह जलमग्न है. गुरुवार से जलस्तर में वृद्धि के कारण शाम्हो दियारा क्षेत्र में एक बार फिर सड़क आवागमन अवरूद्ध हो रहा है. शाम्हो इंडेन गैस गोदाम से टोटहा जाने वाली सड़क पर लगभग डेढ़ फीट ऊपर बाढ़ का पानी बह रहा है. जबकि जगन सैदपुर झगड़ाहा में सड़क पर 2.5 फीट ऊपर बाढ़ का पानी बह रहा है. शाम्हो अंचल के सीओ नवीन कुमार ने बताया कि पिछले 24 घंटे में जलस्तर में वृद्धि हुई है. जगन सैदपुर झगड़ाहा एवं शाम्हो इंडेन गैस गोदाम से टोटहा जाने वाली सड़क पर भी बाढ़ का पानी चढ़ गया है. उन्होंने बताया कि उक्त सड़क पर 1.5 फीट तक पानी है. जबकि जगन सैदपुर झगड़ाहा में सड़क पर ढाई फीट तक पानी है. सीओ ने बताया कि अगले एक-दो दिनों में जलस्तर में कमी होने का अनुमान है. शाम्हो अंचल में अधिकतर खेतों में बाढ़ का पानी एक बार फिर प्रवेश कर गया है. हालांकि अभी आबादी वाले इलाके में बाढ़ का पानी प्रवेश नहीं किया है. निचले इलाके एवं गड्ढा आदि पानी से लबालब भरा है. हालांकि अभी सूर्यगढ़ा शाम्हो प्रखंड मुख्यालय तक आवागमन बाधित नहीं हुआ है.
पशु चारा का संकट गहराया
शाम्हो क्षेत्र में लगी अधिकतर सोयाबीन मक्का आदि फसल बाढ़ की भेंट चढ़ चुका है. ऐसे में पशुपालकों के समक्ष पशु चारा का संकट गहरा गया है. क्षेत्र के पशुपालक एक बार फिर पशुओं को साथ लेकर ऊंचे स्थान पर पलायन करने को मजबूर हो गये हैं.
रसलपुर में बाढ़ का खतरा
सूर्यगढ़ा प्रखंड के रसलपुर में बाढ़ का सर्वाधिक खतरा बना हुआ है. प्रशासन द्वारा इसे लेकर तैयारी की गयी है. सीओ सूर्यगढ़ा स्वतंत्र कुमार ने बताया की क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है. प्रशासन बाढ़ से निपटने हरसंभव तैयारी पूरी कर चुका है.
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