मेदनीचौकी. थाना अंतर्गत देवघरा वार्ड संख्या एक के छोटन महतो का पुत्र अजीत महतो शनिवार को किऊल नदी में नहाने के दौरान डूब गया था. उसे तैरना नहीं आता था. युवक के डूबने की जानकारी लगने के बाद मेदनीचौकी पुलिस की पहल पर एसडीआरएफ की टीम को बेगूसराय से बुलाया गया. एसडीआरएफ की टीम शनिवार शाम तक सूर्यगढ़ा पहुंची, जिस वजह से रविवार की सुबह घटनास्थल पर पहुंचकर लगभग दो घंटे की मशक्कत के बाद किऊल नदी में डूबे व्यक्ति को पानी से निकाला गया. मौके पर मौजूद ताजपुर पंचायत के सरपंच अजीत कुमार व मेदनीचौकी थानाध्यक्ष ने बताया कि नदी में डूबे शव को निकालने के बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए लखीसराय भेज दिया. वहीं डूबे युवक का शव मिलते ही नदी किनारे लोगों की भीड़ लग गयी. डूबे व्यक्ति के परिजनों का रोना-बिलखना शुरू हो गया. मृतक की पत्नी प्रिया कुमारी का रो-रो कर बुरा हाल हो गया. मृतक अपने पीछे एक छह माह का पुत्र छोड़ गया है. बताया गया मृतक अपने परिवार के साथ लुधियाना में रहकर मजदूरी करता था. एक माह पूर्व अपने घर परिवार के साथ देवघरा आया था. मृतक दो भाई में छोटा था. अत्यंत ही गरीब परिवार से आने वाले युवक अजीत मजदूरी से ही परिवार की जिविका चलाता था. अब पति के नहीं रहने पर पत्नी प्रिया कुमारी के जीवन पर दुख का पहाड़ टूट गया है. छोटे बच्चे के साथ पत्नी के सामने जिविका चलाने की समस्या खड़ी हो गयी है. अब मृतक के परिजन आपदा के तहत सरकार से मिलने वाली सहायता राशि की आस लगाये है.
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