किऊल व लखीसराय के बीच पुल निर्माण की उठी मांग
किऊल गायत्री मंदिर पथला घाट लखीसराय पुल निर्माण संघर्ष समिति रविवार की देर शाम को एक बैठक शिवनंदन पंडित की अध्यक्षता में की गयी.
लखीसराय. सदर प्रखंड के गायत्री शक्तिपीठ के प्रांगण में किऊल गायत्री मंदिर पथला घाट लखीसराय पुल निर्माण संघर्ष समिति रविवार की देर शाम को एक बैठक शिवनंदन पंडित की अध्यक्षता में की गयी. जिसमें स्थानीय ग्रामीणों ने तत्परता के साथ अपनी-अपनी उपस्थिति दर्ज करायी. बैठक में शिवनंदन पंडित में लोगों से आग्रह भरे लहजे में कहा कि पुल हम सभी की प्रमुख जरूरत है. जिसकी मांग वे लोग दशकों से करते आ रहे हैं. किऊल नदी पर पुल लखीसराय जिला वासियों के साथ-साथ सुदूर क्षेत्र वासियों का भी जरूरत है. किऊल नदी में पानी आ जाने से लखीसराय किऊल की दूरी सात किलोमीटर लोगों को तय करना पड़ जाता है. जिससे कि लखीसराय में पढ़ने वाले, समाहरणालय, पुलिस प्रशासन, न्यायालय, अस्पताल शैक्षणिक कार्य, भूमि रजिस्ट्री कार्य के साथ साथ बाजार से रोज जरूरत की सामग्री के खरीद बिक्री करने में लोगों को परेशानी बढ़ जाती है. किऊल और लखीसराय पर बने रेलवे पुल की फुटपाथ संकीर्ण रहने के कारण पुल पर से आना-जाना खतरनाक साबित हो रहा है. इसलिए किऊल पुल निर्माण अति आवश्यक है. राजद बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद साहू लखीसराय ने अपने संबोधन में संगठन में मजबूती लाकर अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के द्वारा सरकार को पुल बनाने की संदेश पहुंचाने पर बल दिये कांग्रेस नेता महेश यादव ने कहा की रेलवे पुल ट्रैक पर चलकर किऊल से लखीसराय जाने में लोग जान जोखिम में डाल रहे हैं. जिससे कई लोग अपनी जान गवा चुके हैं. रंजीत कुमार, अर्जुन पंडित, बालेश्वर पासवान, मोहन यादव पूर्व उप मुखिया, संजय साह, अजय कुमार, महेशलेटा निवासी वीरेंद्र कुमार, ओमप्रकाश, किशोर साहू, बुझावन गुप्ता, मनोज रावत, डॉक्टर जितेंद्र कुमार, रितेश कुमार, उत्तम परमिल, सुमित कुमार, संजय शाह, नागेश्वर तांती, नागेश्वर पासवान, विजय कुमार यादव, एडवोकेट उमेश कुमार ने भी अपना विचार व्यक्त किया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है