जाति-धर्म के बंधन से परे विकास की राजनीति करने वाले थे श्री बाबू: डॉ संजीव
सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता मृणाल माधव के नगर के वार्ड संख्या 12 स्थित आवास पर शुक्रवार को गांव के प्रबुद्ध ग्रामीणों और बुद्धिजीवियों की संगोष्ठी आयोजित की गयी.
बड़हिया. सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता मृणाल माधव के नगर के वार्ड संख्या 12 स्थित आवास पर शुक्रवार को गांव के प्रबुद्ध ग्रामीणों और बुद्धिजीवियों की संगोष्ठी आयोजित की गयी. जिसमें जदयू नेता सह परबत्ता के विधायक डॉ संजीव कुमार की उपस्थित हुए. कार्यक्रम में पहुंचे विधायक ने सर्वप्रथम श्रीकृष्ण चौक स्थित डॉ श्रीकृष्ण सिंह के आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. वहीं जगदंबा मंदिर में पहुंचकर मां बाला दर्शन व पूजन किया. जिसके बाद संगोष्ठी में शामिल होने पहुंचे डॉ संजीव का फूल मालाओं से स्वागत किया गया. इस दौरान अधिवक्ता श्री माधव द्वारा उन्हें अंगवस्त्र तथा प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया. बैठक के बीच बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री डॉ श्रीकृष्ण सिंह (श्री बाबू) को भारत रत्न दिये जाने की भी हुंकार भरी गयी. वक्ताओं में शामिल मृणाल माधव, डॉ संजीव कुमार सिंह आदि ने कहा बिहार को सजाने संवारने वाले श्रीकृष्ण सिंह जाति धर्म के बंधनों से परे विकास की राजनीति करने वाले थे. जिनकी कर्मभूमि बड़हिया रही है. अब जब कईयों को भारत रत्न दिये गये हैं, तो श्रीकृष्ण सिंह को उपेक्षित रखना समझ से परे है. जन जन के नेता रहे श्री बाबू को भारत रत्न दिये जाने की मांग को प्रदेश व देश स्तर पर उठाया जायेगा. जदयू विधायक ने भी इन मांगों से राज्य सरकार को अवगत कराते हुए उसे मुकाम तक ले जाने में मददगार बनने का आश्वासन दिया. मौके पर नन्हें बाबू, शंभू सिंह, राजू सिंह, राजीव कुमार, चिक्कू कुमार, अमित कुमार, अर्जुन कुमार, रामजी सिंह, चंदन कश्यप, सुनील कुमार समेत काफी संख्या में लोग उपस्थित रहे.
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