लखीसराय. भगवान भोलेनाथ को अर्पित पवित्र सावन माह की अंतिम सोमवारी और अंतिम दिन पूर्णिमा को ख्याति प्राप्त अशोक धाम में श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की. साथ ही शिवलिंग पर जलाभिषेक भी किया. 2017 के बाद एक बार फिर सावन पूर्णिमा और अंतिम सोमवारी का दुर्लभ संयोग देखा गया. मात्र 29 दिन में ही इस वर्ष पूर्णिमा के साथ सावन माह की विदाई दी गयी. जबकि इस वर्ष पांच सोमवारी का दुर्लभ संयोग बैठा था. श्रद्धालु भक्तजन अंतिम सोमवारी और पूर्णिमा के इस दुर्लभ संयोग में अधिक से अधिक पूजा-अर्चना कर पुण्य का लाभ उठाने को लेकर उतावले दिख रहे थे. सावन पूर्णिमा व अंतिम सोमवारी पर अशोक धाम मंदिर में बोलबम का जयघोष देर शाम तक गूंजता रहा. अहले सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ जलाभिषेक के लिए मंदिर परिसर के प्रवेश द्वार से अशोक धाम हॉल्ट की ओर कतारबद्ध होने लगा था. मंदिर ट्रस्ट के सचिव डॉ कुमार अमित, डॉ प्रवीण कुमार सिन्हा, प्रो मनोरंजन कुमार आदि लगातार स्थिति का मुआयना करते दिखे. जबकि पूरे सोमवारी माह में चल रही संध्या समय में भस्म आरती के जगह पूर्णिमा को लेकर सोमवार के शाम महाआरती का आयोजन किया गया. जिसमें विशेष रूप से भव्य श्रृंगार के साथ-साथ महाआरती कार्यक्रम का आयोजन किया गया. महाआरती कार्यक्रम के बाद सिर्फ श्रृंगार दर्शन की उपलब्धता रही. जबकि रात्रि नौ बजे के बाद पट बंद कर सावन माह की विदाई दी गयी. दूसरी ओर सेंट्रल बैंक के प्रबंधक निखिल कुमार द्वारा शिविर लगाकर श्रद्धालुओं को पानी पिलाया गया. मौके पर बैंक कर्मी शानू कुमार, राजू कुमार, अजय कुमार, बिपिन कुमार, सीताराम सिंह आदि मौजूद थे.
अशोक धाम में गूंजा शास्त्रीय संगीत
लखीसराय. शंकर भगवान को अर्पित बिहार के देवघर के रूप में ख्याति प्राप्त अशोक धाम परिसर में सावन पूर्णिमा के पूर्व संध्या के अवसर पर रविवार की शाम शास्त्रीय गायन पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. शास्त्रीय गायन में लगभग 15 वर्ष से भी अधिक का अनुभव प्राप्त लखीसराय के कला एवं संस्कृति पदाधिकारी सह जिला खेल पदाधिकारी मृणाल रंजन स्थानीय संगत कलाकारों के साथ इस सांस्कृतिक कार्यक्रम में अपनी कला की प्रस्तुति दी. भगवान भोलेनाथ के वंदना से प्रारंभ यह कार्यक्रम देर शाम तक जारी रहा. मंदिर ट्रस्ट के लोगों के साथ-साथ काफी संख्या में आसपास के ग्रामीण एवं कांवरिया यात्री भगवान भोलेनाथ को अर्पित इस कार्यक्रम में भाग लेकर भक्ति रस में सराबोर होते रहे. कला एवं संस्कृति पदाधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न मंच पर पूर्व में भी वे अपनी प्रस्तुति दे चुका हैं. यह सांस्कृतिक कार्यक्रम पूर्ण रूपेण भगवान भोलेनाथ के भक्ति से जुड़ा रहा. श्रोताओं में शामिल प्रमुख लोगों में एडीएम सुधांशु शेखर, वरीय उपसमाहर्ता शशि कुमार, विनोद कुमार, ओम प्रकाश कुमार, एसडीओ चंदन कुमार, मंदिर ट्रस्ट के डॉ कुमार अमित, डॉ प्रवीण कुमार सिन्हा, डॉ कंचन कुमार, प्रो मनोरंजन कुमार, लायंस क्लब के अध्यक्ष संजीव स्नेही समेत काफी संख्या में महिलाएं उपस्थित थीं.सावन की अंतिम सोमवार पर शिवालयों में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
चानन. सावन की आखरी सोमवारी को लेकर प्रखंड क्षेत्र में शिव भक्तों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. सावन की आखरी सोमवारी को प्रखंड में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा है. श्रद्धालु विभिन्न मंदिरों में पूजा अर्चना को लेकर श्रद्धालु उमड़ पड़े. शिवालयों में शिव भक्तों का तांता लगा रहा है. प्रखंड के रेउटा, जानकीडीह, लाखोचक, मननपुर बाजार स्थित शिव मंदिरो में भक्त सुबह से ही पूजा-अर्चना शुरू हो गयी. सावन महीने में सोमवार के दिन को लेकर हिंदू धर्म में मान्यता है कि इस दिन पूजा पाठ एवं व्रत करने से भगवान शिव अपने आराध्य पर प्रसन्न होते हैं. सोमवारी व्रत करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है