दीदी अधिकार केंद्र पर लगा रहता है ताला, लोग परेशान
जीविका अधिकार केंद्र जब खुला था तो लगा था कि यह महिलाओं के हक अधिकार न्याय एवं पुनर्वास के लिए काम करेगा, लेकिन अब तो केंद्र का ताला ही नहीं खुलता है तो महिलाओं को इसका लाभ कैसे मिल सकेगा.
हलसी. जीविका अधिकार केंद्र जब खुला था तो लगा था कि यह महिलाओं के हक अधिकार न्याय एवं पुनर्वास के लिए काम करेगा, लेकिन अब तो केंद्र का ताला ही नहीं खुलता है तो महिलाओं को इसका लाभ कैसे मिल सकेगा. जिससे जीविका दीदी भी परेशान हैं. बता दें कि हलसी प्रखंड मुख्यालय स्थित दीदी अधिकार केंद्र खोला गया था. दीदी अधिकार केंद्र महिला विकास स्वावलंबी सहकारी समिति लिमिटेड प्रेमडीहा द्वारा संचालित बिहार सरकार के मुख्य योजनाएं हैं. जिससे जीविका अधिकार केंद्र महिलाओं को हक अधिकार न्याय एवं पुनर्वास के लिए काम करेगी. यह योजना गरीबी निवारण हेतु बिहार सरकार की पहल है. इस केंद्र के माध्यम से भेदभाव, घरेलू हिंसा, लोक सामान्य से जुड़े मुद्दे पर महिलाओं को मदद करेगी. इसको लेकर सरकार ने महिलाओं को लेकर सभी प्रखंड में ही जीविका दीदी अधिकार केंद्र खुलवाया है. जिसके उद्घाटन के बाद अभी तक ताला तक नहीं खुला है. जिससे जीविका दीदी में आक्रोश हैं. प्रतिदिन जीविका दीदी आती है और ताला देखकर पुनः घर चली जाती हैं. इस संबंध में जीविका हलसी के प्रबंधक धर्मवीर कुमार ने कहा कि लोकसभा चुनाव आ जाने से आचार संहिता लागू हो गयी, जिसके कारण केंद्र खुल नहीं रहा था एवं जिन दीदी को अधिकार केंद्र में बैठना है उनको भी अभी प्रशिक्षण नहीं दिया गया है. जल्द ही दीदी को प्रशिक्षण दिलाकर केंद्र को खोला जायेगा और महिलाओं को इसका लाभ मिलने लगेगा.
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