डीएम ने खुद फाइलेरिया की दवा खाकर की अभियान की शुरुआत
शनिवार से जिले में सर्व-जन दवा सेवन अभियान (एमडीए-आईडीए) की शुरुआत हुई.
लखीसराय. शनिवार से जिले में सर्व-जन दवा सेवन अभियान (एमडीए-आईडीए) की शुरुआत हुई. डीएम ने खुद दवा खाकर अभियान की शुरुआत की. ये अभियान कुल 17 दिनों तक जिले के सभी प्रखंडों में चलाया जायेगा. इस अवसर पर डीएम रजनीकांत ने कहा कि समुदाय से वे अपील करते हैं कि वो भी बेहिचक फाइलेरिया उन्मूलन के लिए दवा खायें. इसका कोई भी साइड इफेक्ट नहीं होता है. अगर किसी को दवा खाने के बाद किस तरह की मिचली, पेट में दर्द, हल्का बुखार एवं सर दर्द होता है तो वो घबरायें नहीं, इसका मतलब है उसके शरीर के अंदर माइक्रो फाइलेरिया के परजीवी मौजूद थे. जो दवा खाने के कारण मर रहे हैं ये उक्त बातें होना उनके लिए शुभ संकेत है. इसलिए लोग फाइलेरिया की दवा जरुर खायें ताकि हम सभी मिलकर 2027 तक अपने बीच से फाइलेरिया का पूरी तरह से उन्मूलन कर सकें.
दवा को बांटें नहीं खुद के सामने खिलायें ड्रग एडमिनिस्ट्रेटर टीम
इस अवसर पर अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अशोक कुमार भारती ने कहा कि दवा खिलाने के लिए जिले की लक्षित आबादी कुल 13 लाख 10 हजार है, दवा खिलने के लिए जिला में कुल 600 टीम एवं 60 सुपरवाइजर बनाया गया है. सभी को सख्त निर्देश दिया गया है कि किसी भी व्यक्ति को दवा बांटना नहीं है, अपने सामने ही खिलाना है, ताकि हम फाइलेरिया उन्मूलन में अपनी सहभागिता निभा सकें.याद रहे :
दो साल से काम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं व गंभीर रोग से पीड़ित व्यक्तियों के अलावा यह दवा सभी को खिलानी है.
यह दवा खाली पेट नहीं खानी है.दवा स्वास्थ्य कर्मी को अपने सामने में खिलाना है.
इस अवसर पर डीएस डॉ राकेश कुमार, वेक्टर रोग नियंत्रण पदाधिकारी गौतम प्रसाद, शालिनी कुमारी, भगवान दास, वेक्टर जनित रोग सलाहकार नरेंद्र कुमार, एफएलए संदीप आंनद के साथ सीफार, पीरामल एवं पीसीआई के प्रतिनिधि मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है