नासूर बनी शहर में जाम की समस्या को लेकर डीएम ने कसी कमर

बाइपास के बावजूद बेतरतीव वाहन परिचालन, सड़क का अतिक्रमण, संकरा बाजार और अवैध रूप से लोडिंग अनलोडिंग से शहर में जाम की समस्या नासूर बनकर रह गयी है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 20, 2024 11:22 PM
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प्रतिनिधि, लखीसराय. बाइपास के बावजूद बेतरतीव वाहन परिचालन, सड़क का अतिक्रमण, संकरा बाजार और अवैध रूप से लोडिंग अनलोडिंग से शहर में जाम की समस्या नासूर बनकर रह गयी है. जिला प्रशासन के लिए जाम की समस्या वर्षों से चुनौती है. बाइपास सड़क बनने के बाद लोगों जाम से छुटकारा मिलने की उम्मीद जगी थी, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है. प्रशासनिक इच्छाशक्ति की कमी और शहर में अनियंत्रित ट्रैफिक के कारण जाम से छुटकारा पाना काफी मुश्किल लगता है. वाहनों की भीड़ व जाम के कारण शहर की मुख्य सड़क की रफ्तार पर ब्रेक लगना रोजमर्रे की नियति बन गयी है. खासकर कार्यालय आने-जाने के दौरान यह समस्या और गंभीर हो जाती है. ऊपर से कई स्कूल के बड़े-बड़े वाहन दोपहर में जाम का कारण बन जाता है. शहर की मुख्य सड़क के दोनों ओर बाजार लगता है. इस कारण सामान उतारने-चढ़ाने के लिए शहर की मुख्य सड़क के किनारे दर्जनों बड़े-बड़े मालवाहक वाहन दिन में भी लगा रहता है. खासकर नया बाजार में बड़ी दुर्गा स्थान, दालपट्टी से लेकर बाजार समिति तक प्रतिबंध के बावजूद 24 घंटे मुख्य सड़क पर ट्रक, पिकअप वैन सहित अन्य मालवाहक वाहनों पर खाद्यान्न सहित अन्य सामानों की लोडिग-अनलोडिग होते रहती है. शहर की सड़क पर आटो, ई-रिक्शा, जुगाड़ वाहन जहां-तहां पार्किंग होती है जो जाम का बड़ा कारण है. रेलवे पुल के नीचे अवैध रूप से बस व आटो स्टैंड चल रहा है जबकि इन दोनों रेलवे परिसर में इसकी विशेष व्यवस्था भी कर दी गयी है. लखीसराय रेलवे स्टेशन के समीप पुल के नीचे अवैध ऑटो व अन्य वाहन स्टैंड संचालित हो रहा है. दिखावा के लिए यहां ट्रैफिक पुलिस मौजूद रहती है, परंतु वाहनों को वहां से हटाने का प्रयास नहीं किया जाता है. ऑटो एवं ई-रिक्शा के चालक जाम को स्थायी करने में मददगार साबित हो रहा है. फुटपाथ व सड़क के किनारे दुकानें सजती हैं. सड़क का अतिक्रमण कर पक्का मकान-दुकान बना देने के कारण शहर की मुख्य सड़क जो पहले से ही संकीर्ण था और संकीर्ण हो गया है. जबकि नगर परिषद द्वारा लगातार दंडात्मक कार्रवाई भी की जा रही है. आये दिन फुटपाथ के दुकानों को हटाया जाता है, लेकिन हटाने के साथ ही फुटपाथ पर पुनः दुकानें सजने लगती हैं. शनिवार को इसके लिए डीएम मिथिलेश मिश्र द्वारा विशेष बैठक बुलायी गयी है. देखना है क्या योजना बनती है और कहां तक सफल होता है.

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