पशुपालकों से शेड बनवाने के बाद भी राशि का नहीं किया गया भुगतान
पशुपालकों से शेड बनवाने के बाद भी राशि का नहीं किया गया भुगतान
बड़हिया. गरीब कल्याण योजना के अधीन मनरेगा से बनने वाले पशु शेड निर्माण में हुए धांधली की जानकारी प्रकाश में आयी है. मामला प्रखंड के पाली पंचायत स्थित वीरुपुर गांव से जुड़ा है. जहां के दो किसान जय सिंह और विजय सिंह द्वारा योजना मद की राशि प्राप्ति के लिए कार्यालयों का चक्कर लगाया जा रहा है. जिसे लेकर मनरेगा कार्यालय समेत बीडीओ और डीडीसी को भी लिखित आवेदन दिया गया है. जानकारी अनुसार मामला वित्तीय वर्ष 2020-21 का है. दोनों किसान के जमीन को चिह्नित करते हुए पशु शेड निर्माण की अनुमति दी गयी थी. संबंधित वेंडर को निर्माण से संबंधित मेटेरियल उपलब्ध कराने को कहा गया था. ज्ञात हो कि योजना मद अंतर्गत पशु शेड का निर्माण पीआरएस (पंचायत रोजगार सेवक), स्थानीय वार्ड सदस्य तथा वेंडर के द्वारा किया जाता है. जिसकी राशि का भुगतान पीआरएस द्वारा वेंडर को किया जाता है. प्रतिदिन चक्कर लगा रहे किसानों ने कहा कि वेंडर द्वारा योजना मद की राशि आने पर दे दिये जाने की बात कह उन पशुपालकों को स्वयं की राशि से शेड निर्माण करा लिए जाने की बात कही गयी थी. अब कार्यालय से हो चुके भुगतान के बाद भी उन पशुपालकों को राशि नहीं दी जा रही है. ज्ञात हो कि तत्कालीन पीआरएस रहे दीपक वर्मा ने योजना मद की राशि को वार्ड सदस्य को भुगतान कर दिये जाने की जानकारी दी. इस संबंध में डीडीसी कुंदन कुमार ने कहा कि प्राप्त शिकायत के आलोक में आवश्यक जांच कराते हुए दोषी के खिलाफ कार्रवाई तथा सरकारी राशि की वापसी का काम किया जायेगा. आवेदक पशुपालकों द्वारा स्वयं के स्तर से कराये गये पशु शेड से संबंधित मटेरियल खरीदने के कागजात और मजदूरों को किये गये भुगतान से संबंधित साक्ष्य को प्रस्तुत करने की बातें कही गयी है.
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