लखीसराय. जब कुरुक्षेत्र की समर भूमि में शर शय्या पर भीष्म हुए, तब कुरु कलंक के नैनों में क्रोधाग्नि लगी और ग्रीष्म हुए..कक्षा 7वीं की मिताली राज की वीर रस की हुंकार भरी पंक्तियों पर श्रोताओं ने तालियों की गड़गड़ाहट से उसे शाबाशी दी. संग्रहालय सभागार में कला संस्कृति एवं युवा विभाग के सौजन्य से आयोजित कार्यक्रम को जिला जज अजय कुमार शर्मा, डीएम मिथिलेश मिश्र, एसपी अजय कुमार, संग्रहालय अध्यक्ष डॉ सुधीर कुमार यादव ने संयुक्त रूप से उदघाटन किया. अतिथियों ने कहा कि महाभारत और रामायण की प्रस्तुति को सबने देखा है. बिहार के सपूत राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की काव्यकृति कुरुक्षेत्र पर आधारित काल्पनिक नाट्य की प्रस्तुति देखने, समझने एवं अपने सरजमीं के गौरवशाली कवि की रचना पर गर्व महसूस करने का अवसर है. मुजफ्फरपुर की नया रंग नाट्य कला के निर्देशक हरिशंकर रवि द्वारा निर्देशित एवं राष्ट्रकवि रामधारी सिंह रचित काव्य संग्रह ””कुरुक्षेत्र”” पर आधारित काल्पनिक नाटक का भव्य मंचन किया गया. कार्यक्रम को देखने के लिए बड़ी संख्यां में जिले के सरकारी एवं निजी विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिका, छात्र-छात्राओं, बुद्धिजीवी, साहित्यसेवी, कलाकार एवं प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे.
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