धान के खेतों में दरार पड़ने से किसान हो रहे हताश
कई पंचायतों के हजारों एकड़ जमीन में लगायी गयी धान की फसल में बिते एक सप्ताह से बारिश का सहयोग नहीं मिलने से खेतों में दरार पड़ने लगी है.
मेदनीचौकी. प्रखंड के गोपालपुर, कबादपुर, पूर्वी सलेमपुर, पश्चिमी सलेमपुर, किरणपुर आदि कई पंचायतों के हजारों एकड़ जमीन में लगायी गयी धान की फसल में बिते एक सप्ताह से बारिश का सहयोग नहीं मिलने से खेतों में दरार पड़ने लगी है. किसानों का कहना है कि दरार पड़ने से खेत की नमी जल्द सूख जा रही है. इससे धान के पौधे की वृद्धि रूक सी गयी है. रंग भी पीला पड़ना शुरू हो गया है. पानी की कमी से धान में रोग का प्रकोप भी बढ़ने का खतरा पैदा हो रहा है. बताया गया कि धान रोपनी में एक मुश्त शुरू में ही मोटी रकम का खर्च हो गया. लगभग इन रकवों में वर्षा आधारित ही धान की खेती होती है. ऐसे में मुकम्मल बारिश नहीं होने से धान के फसल को नुकसान पहुंचने की संभावना बढ़ रही है. वहीं इस स्थिति से निबटने के लिये सिंचाई के लिए किसानों को निजी नलकूपों का सहारा लेना पड़ेगा. जिस पर अतिरिक्त खर्च का बोझ बढ़ जायेगा. जबकि कई किसानों के अनुसार खेत नगद पट्टा पर लेकर धान की खेती कर्ज के माध्यम से की है. इस हालत में धान के फसल अच्छी नहीं होने पर किसानों नुकसान उठाना पड़ सकता है. किसान इस तरह कर्ज के बोझ तले दबने की संभावना बढ़ गयी है, जिससे किसानों को हताश देखा जा रहा है.
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