मेदनीचौकी. प्रखंड के टाल क्षेत्र अंतर्गत गोपालपुर मौजे के रकवों में धान रोपाई के लिए जो बिचड़ा गिराया गया है, उसमें रोग का प्रकोप देखा जा रहा है. किसानों ने बताया कि यहां के औसतन किसानों के बिचड़ा में रोग का प्रकोप से ग्रसित है, जिससे किसानों के लिए परेशानी बनी हुई है. अपने तय लक्ष्य के अनुसार जितने बीघा में धान रोपाई करना है, उसके हिसाब से किसानों ने बिचड़ा गिराया है, उसके बाद अब बिचड़ा रोग से खराब होने के कारण उतना रकवा में धान लगाना मुश्किल पड़ेगा, इसे लेकर किसानों को परेशान देखा जा रहा है. बिचड़ा में रोग का इलाज के लिए कृषि स्टोर से दवाई दी जा रही है, लेकिन मौसम के रुखा-सूखा होने के कारण दवाई का भी असर देर से हो रहा है. क्यारी में रोग के कारण धान के पौधे की संख्या घट रही है. जिससे धान रोपाई का निर्धारित लक्ष्य कम पड़ सकता है. इसकी चिंता किसानों को सताने लगी है. इस मौजे के लगभग सभी किसानों के धान के बिचड़ा में रोग की समस्या है. इसलिए बिचड़ा घटने की समस्या सभी किसानों के सामने खड़ी हो सकती है. बिचड़ा नहीं रहने पर धान रोपाई का रकवा खाली रह सकता है, इससे किसान काफी चिंतित हैं.
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