”भ्रूण हत्या समाज के लिए कलंक, सभी के सहयोग से होगा दूर”
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत जिलेभर के आंगनबाड़ी केंद्रों पर शनिवार को गोद भराई कार्यक्रम का समारोह पूर्वक आयोजन किया गया.
लखीसराय. पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत जिलेभर के आंगनबाड़ी केंद्रों पर शनिवार को गोद भराई कार्यक्रम का समारोह पूर्वक आयोजन किया गया. जिला योजना पदाधिकारी वंदना पांडेय से मिली जानकारी के अनुसार प्रत्येक माह की सात तारीख को यह कार्यक्रम प्रत्येक केंद्र पर आयोजित की जाती है. इसी संदर्भ में जिले के हलसी बाल विकास परियोजना अंतर्गत कैंदी गांव मे स्थित आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 55 पर मिशन के पदाधिकारी की उपस्थिति में गोद भराई कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कैंदी गांव के इस केंद्र पर सेविका-सहायिका एवं पोषक क्षेत्र की महिलाओं द्वारा पोषक क्षेत्र की लाभार्थी प्रीति कुमारी का गोद भराई रस्म समारोहपूर्वक सोहर गीत की प्रस्तुति के बीच आयोजित हुआ. मौके पर उपस्थित जिला मिशन समन्वयक प्रशांत कुमार ने कहा कि जच्चा और बच्चा स्वस्थ व सुरक्षित हो इसके लिए गोद भराई रस्म मनाया जाता है. बेटी और बेटा में फर्क को समाप्त करना आवश्यक है. तकनीक का सहारा लेकर लिंग परीक्षण कर भ्रूण हत्या करना, जिसमें महिलाओं की भी सहभागिता रहती है, समाज के लिए कलंक है. इसे समाज के सभी वर्ग की सहभागिता के साथ ही समाप्त किया जा सकता है. बेटी अभिशाप नहीं वरदान है, बेटी अबला नहीं सबला की उक्ति चरितार्थ हो रही है. जन्म के प्रथम एक हजार दिन बच्चों के लिए समर्पित करें. जिससे बच्चा शारीरिक और मानसिक रूप से सशक्त होगा. 80 प्रतिशत मानसिक विकास जन्म के दो वर्ष तक होना है. एनएनएम के जिला समन्वयक मधुमाला कुमारी के द्वारा गर्भावस्था के दौरान नियमित चेकअप, पौष्टिक आहार और आराम करने की सलाह दी गयी. खून की कमी के लिए आयरन की गोली का सेवन, डिलीवरी के पूर्व तैयारी, बच्चों को कुपोषण से बचाव संबंधित जानकारी दी गयी. प्रखंड समन्वयक कन्हैया कुमार ने पोषण माह में तय गतिविधि के अनुरूप गतिविधियां की जानकारी देते हुए प्रतिदिन प्रति केंद्र पांच गतिविधियां पोषण ट्रैकर में अपलोड करने की बात कही. अगर कोई परेशानी हो तो विभागीय पदाधिकारी से मदद लेने की सलाह दी. मौके पर लैंगिक विशेषज्ञ नवीन कुमार, सेविका भविता कुमारी, सहायिका श्यामा देवी, आशा कार्यकर्ता सहित कई ग्रामीण महिला मौजूद रहे.
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