सूर्यगढ़ा. इन दिनों गर्मी से लोगों का जीना मुश्किल हो गया है. पिछले कुछ दिनों से तापमान 40 डिग्री के पार होने की वजह से इंसान ही नहीं पशु-पक्षी भी बेजान नजर आने लगे हैं. गर्मी और लू का कहर इस कदर है कि लोग अपने घरों में कैद हो गये हैं और बहुत जरूरी काम होने पर ही बाहर निकल रहे हैं. शुक्रवार को लखीसराय जिले का अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस तथा न्यूनतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. गुरुवार की तुलना में अधिकतम तापमान में जहां एक डिग्री की गिरावट आई वहीं न्यूनतम तापमान यथावत बना रही. हालत यह है कि दिन चढ़ते ही बाजार वीरान हो जा रहा है. शाम होने के बाद ही बाजार में रौनक लौट रही है. जिले में सूर्यदेव हर दिन अपना प्रचंड रूप दिखा रहे हैं. प्रचंड गर्मी के कारण शुक्रवार को भी लोगों का हाल बेहाल रहा. गर्मी के कारण लोग घरों से बाहर नहीं निकले. दिन ढलने तक शहर की मुख्य सड़क, मार्ग व बाजार वीरान नजर आये. दिन-रात व्यस्त रहने वाली सड़क पर भी दोपहर में इक्का-दुक्का लोग ही नजर आये. गर्मी से बचने के लिए लोग घर में रहे और दिन ढलने के बाद ही बाहर निकले. चिलचिलाती धूप व प्रचंड लू के कारण सुबह से ही लोग परेशान रहे. सुबह 10 बजे ही गर्म हवा चलने लगी और 12 बजे तक प्रचंड लू ने अपना कहर दिखाना शुरू कर दिया. इस दौरान अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. न्यूनतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस रहा. पिछले एक पखवारा से गर्मी का कहर जारी है. सुबह से दिन ढलने तक सूर्यदेव आसमान से आग बरसा रहे हैं. सूर्य की तपिश से धरती तप रही है.गर्मी में लोग पसीने से तरबतर रहे. मौसम पूर्वानुमान के मुताबिक 18 जून तक पारा 40 डिग्री सेल्सियस के ऊपर रहेगा. 19 जून के बाद से गर्मी में मामूली कमी होगी. पारा 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे जाने का अनुमान है.
लू के थपेड़ों के चलते घरों में कैद हुए लोग
जून माह के पहले सप्ताह से ही गर्मी के तेवर तल्ख हो रहे हैं. गर्मी के चलते सुबह से सूर्य की किरणें रौद्र रूप धारण कर रही हैं. जैसे-जैसे दिन परवान चढ़ता है. वैसे वैसे गर्मी तेज हो रही है. सुबह 11 बजे के बाद तो आग बरस रही है. लू के थपेड़ों के चलते मुश्किलें बढ़ गई है. सुबह से उमस भरी गर्मी के चलते लोग पसीने से तरबतर हुए.गर्मी से बचने के लिए एसी, कूलर, पंखा का सहारा
प्रचंड गर्मी से बचने के लिए लोग एसी, कूलर और पंखे का सहारा ले रहे हैं. लो वोल्टेज की समस्या के कारण इन उपकरणों से भी लोगों को गर्मी से राहत नहीं मिल पा रहा है. दोपहर के समय लोग घरों में कैद हो जा रहे हैं. जो लोग जरूरी काम से निकले वह पूरी तरह शरीर को ढंके हुए नजर आये. बाजारों से लेकर मुख्य मार्गों तक में सन्नाटा पसरा रहा. लोगों को दूरी तय करने में गमछा, छाता कैप आदि का सहारा ले रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है