लखीसराय. सदर अस्पताल स्थित ब्लड बैंक से सोमवार देर रात फर्जी व दबंगई से ब्लड ले जाने का मामला सामने आया है. मामले को लेकर विभाग द्वारा आरोपी के खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई को लेकर मंगलवार देर शाम तक कोई पहल नहीं की गयी है. ब्लड बैंक में नाइट शिफ्ट में तैनात लैब टेक्नीशियन नरेश ठाकुर के साथ हुई दबंगई के बाद सदर अस्पताल के अन्य स्वास्थ्य कर्मी भी दहशत में हैं. जानकारी के अनुसार सोमवार देर रात एक बजे से सुबह लगभग तीन बजे तक आरोपी ने ब्लड बैंक पदाधिकारी, डीएस व सीएस को इस दौरान दर्जनों कॉल किया. जिला एड्स बचाव एवं नियंत्रण इकाई के डीपीएम अरविंद कुमार राय ने बताया कि उनके मोबाइल नंबर पर ही इस दौरान एक दर्जन कॉल आया. उन्होंने बताया कि खुद को हसनपुर निवासी ललन सिंह के नाम से कॉल करने वाला व्यक्ति ने अपने दो व्हाट्सएप आईडी में दो अलग-अलग आईपीएस की तस्वीर लगा रखी है. उन्होंने बताया कि पहले तो उनके द्वारा कॉल किया गया कि ब्लड बैंक में कोई कर्मी उपलब्ध नहीं है. जिनकी जानकारी स्वयं सीएस डॉ बीपी सिन्हा ने भी उन्हें कॉल करके दिया. जब उन्होंने कॉल किया तो कर्मी की उपलब्धता व आरोपी को जिस ग्रुप का खून चाहिए था वह भी उपलब्ध था. उसके बाद ललन सिंह ने कहा मुन्ना सिंह नाम का आदमी ब्लड बैंक में है. जिन्हें आप ब्लड उपलब्ध करा कर उसके बदले एक यूनिट ब्लड ले लेंगे. ब्लड बैंक में तैनात लैब टेक्नीशियन ने मुन्ना सिंह को उनकी जरूरत की ओ-पॉजिटिव ब्लड उपलब्ध कराते हुए डोनेट के लिए डोनेट चेयर पर लिटाया तो खून देने से मना करते हुए जबरदस्ती खून लेकर चला गया. उन्होंने बताया कि ब्लड बैंक में देर रात हुई घटना से सीएस डॉ बीपी सिन्हा को अवगत करा दिया गया है. उनके निर्देशानुसार आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की पहल की जायेगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है