बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए पूरी तरह से हैं तैयार
केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने बड़हिया स्थित जगनानी धर्मशाला व उच्च विद्यालय में संचालित बाढ़ राहत शिविर का जायजा लिया.
बड़हिया. क्षेत्रीय सांसद सह केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह अपने एक दिवसीय दौरे पर लखीसराय पहुंचे. जहां सबसे पहले उन्होंने बड़हिया स्थित जगनानी धर्मशाला व उच्च विद्यालय में संचालित बाढ़ राहत शिविर का जायजा लिया. मौके पर केंद्रीय मंत्री ललन ने बाढ़ पीड़ितों के बीच कपड़े का वितरण किया. ललन सिंह ने बाढ़ पीड़ितों को हरसंभव भरोसा दिलाते हुए कहा कि जब तक जलस्तर में पूरी तरह से कमी ना आ जाय तब तक राहत शिविर में रहिये, कोई परेशानी नहीं होगी.
जलस्तर में कमी से मिली राहत, परेशानी अब भी बरकरार
सूर्यगढ़ा. गंगा के जलस्तर में कमी के बाद लखीसराय जिले के दियारा क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति में काफी सुधार हुआ है. अधिकतर इलाके से बाढ़ का पानी निकल जाने से आवागमन का मार्ग प्रशस्त हुआ है. पिपरिया प्रखंड के हसनपुर, पथुआ कन्हरपुर, रहाटपुर, रामनगर, तड़ीपर आदि गांव में बाढ़ के कारण अभी भी परेशानी बनी हुई है.बाढ़ की वजह से खेतों में लगी फसलों के अलावा पशुओं का चारा भी बर्बाद हो गया. अब किसान पशु चारा के संकट से जूझ रहे हैं. वहीं मेडिकल टीम द्वारा भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कैंप कर लगातार लोगों के स्वास्थ्य की जांच की जा रही है. बुधवार को डीसीएलआर सीतू शर्मा ने भी सूर्यगढ़ा प्रखंड के कई बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर स्थिति की जानकारी ली.
स्काउट-गाइड ने भी बाढ़ पीड़ितों के बीच बांटी राहत सामग्री
लखीसराय. जिले में बाढ़ की स्थिति से निबटने के लिए जिला प्रशासन ने कवायद तेज कर दी है. इसी कड़ी में डीएम के द्वारा स्काउट-गाइड वालंटियर के साथ जिले के विभिन्न आश्रय स्थल में जाकर बाढ़ पीड़ित प्रत्येक व्यक्ति को अंग वस्त्र के रूप में साड़ी, पेटिकोट, गंजी, गमछी, तॉलिया, जींस, शर्ट फ्रॉक आदि सामग्री का वितरण किया गया. साथ ही साथ चूड़ा, गुड़, मिक्सचर, बिस्कुट, मोमबत्ती, सलाई, साबुन आदि का वितरण किया गया.बारिश के कारण बाढ़ पीड़ितों की बढ़ी मुश्किलें
लखीसराय. पिछले दो दिनों से हो रही बारिश के कारण बाढ़ पीड़ितों की मुश्किलें बढ़ी है. ऐसे पीड़ित जिनके घर में बाढ़ का पानी प्रवेश गया है. जो छत पर राशन एवं अन्य सामान रखकर किसी तरह अपने आप को बचाने में सफल हो रहे थे, उन्हें पानी में भीगकर रहना पड़ रहा है. उन्हें और भी समस्या का सामना करना पड़ रहा है.बोले अधिकारी
सदर सीओ सुप्रिया आनंद ने बताया कि बाढ़ पीड़ितों के बीच प्लास्टिक शीट का वितरण किया जा रहा है. साथ ही सूखा राशन भी दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि डिमांड के अनुसार पीड़ितों को नाव भी उपलब्ध कराया जा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है