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सदर अस्पताल से मरीज लेकर जाने पर मिलता है कमीशन

सदर अस्पताल से मरीज लेकर जाने पर मिलता है कमीशन

By Prabhat Khabar News Desk | June 27, 2024 11:20 PM

बिचौलियों का अस्पताल के कुछ कर्मियों से है मिलीभगत बिचौलियागिरी में संलिप्त तीन आशा कार्यकर्ता एवं एक महिला गार्ड पर हुई है कार्रवाई फोटो संख्या 07- सौ शैय्या सदर अस्पताल प्रतिनिधि, लखीसराय सौ शैय्या वाली सदर अस्पताल में बिचौलियां का अड्डा बना हुआ है. विगत मंगलवार को बिचौलियागिरी के चक्कर में सदर अस्पताल में कार्यरत तीन आशा कार्यकर्ता एवं एक महिला गार्ड पर कार्रवाई की गयी. बताया जा रहा है कि मंगलवार को एक प्रसूता को लेबर वार्ड से आशा कार्यकर्ता के द्वारा बहला-फुसलाकर प्राइवेट अस्पताल ले जाया जा रहा था. जिसकी जानकारी होने पर अस्पताल प्रबंधन सक्रिय हुआ और मरीज को वापस सदर अस्पताल लाने का काम किया गया. जिसे गंभीरता से लेते हुए उपरोक्त कार्रवाई की गयी. चर्चा है कि सदर अस्पताल से मरीज को लाने के बदले आशा कार्यकर्ता को प्राइवेट अस्पताल के कर्मियों द्वारा उसे पांच हजार रुपये दिया जाता है. सदर अस्पताल में इस तरह का बिचौलियागिरी का खेल लंबे अरसे से चल रहा है. जिस पर अंकुश लगाने के लिए बीच-बीच में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा कार्रवाई की गयी है. कई बार सदर अस्पताल के बिचौलियागिरी के चक्कर में प्राइवेट अस्पताल को भी अंजाम भुगतना पड़ गया. तीन साल पूर्व सदर अस्पताल से बिलौरी के एक मरीज के परिजन द्वारा बिचौलियों के चक्कर में प्राइवेट अस्पताल में एक प्रसूता मरीज को भर्ती कराया गया. जहां उसकी मौत हो गयी थी. जिसके बाद प्राइवेट अस्पताल के संचालक पर प्राथमिकी दर्ज की गयी. इस तरह की घटना की कई बार पुनरावृत्ति हो चुकी है. सदर अस्पताल में चिकित्सक की लापरवाही के कारण भी होती है बिचौलियागिरी सदर अस्पताल के चिकित्सक की लापरवाही के कारण भी सदर अस्पताल में बिचौलियागिरी चल रही है. जिस बीमारी का इलाज सदर अस्पताल में संभव है. उस बीमारी का मरीज का इलाज अस्पताल में नहीं करते है. यही कारण है कि अस्पताल में कार्यरत कुछ कर्मी मरीजों को बहला फुसलाकर प्राइवेट अस्पताल में भर्ती करा देते है. जहां मरीज के परिजन को कंगाल बना दिया जाता है. गरीब तबके के लोग कर्ज लेकर प्राइवेट अस्पताल में मरीज का इलाज कराते है. बोले प्रबंधक सदर अस्पताल के प्रबंधक नंदकिशोर भारती ने बताया कि लेबर रूम में मरीजों को बहला फुसलाकर दूसरे अस्पताल में भर्ती करने के लिए कुछ कर्मी कार्य करते हैं. जिस पर रोक लगाने के लिए कड़ी कार्रवाई की जा रही है. इस तरह की घटना नहीं हो इसके लिए गार्ड को विशेष दिशा निर्देश भी दिया गया है. गार्ड के द्वारा लापरवाही करने पर उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाती है.

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