बालिका दिवस पर छात्राओं को शिक्षा के प्रति किया जागरूक
उत्क्रमित मध्य विद्यालय शेखपुरवा में अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया गया.
हलसी. उत्क्रमित मध्य विद्यालय शेखपुरवा में अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया गया. इस दिन को मनाने के पीछे का उद्देश्य महिला सशक्तिकरण और उन्हें उनके अधिकार प्रदान करने में मदद करना, ताकि दुनिया भर में उनके सामने आने वाली चुनौतियों का वे सामना कर सके. हलसी प्रखंड के कैदी पंचायत अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय शेखपुरवा में अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें महिला एवं बाल विकास निगम के जिला परियोजना प्रबंधक डॉ मनोज कुमार ने बताया कि दुनिया भर में हरसाल 11 अक्तूबर को अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है. इस दिन को सबसे पहले साल 2012 में मनाया गया था, इस दिन को मनाने के पीछे का उद्देश्य महिला सशक्तिकरण और उन्हें उनके अधिकार प्रदान करने में मदद करना, ताकि दुनिया भर में उनके सामने आने वाली चुनौतियों का वे सामना कर सकें और अपनी जरूरतों को पूरा कर सकें. बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का प्रचार-प्रसार कर बेटियों के क्षमता को बढ़ावा देना है. जिला मिशन समन्वयक प्रशांत कुमार ने बताया कि घटते बाल लिंगानुपात और बेटी की महत्ता के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की शुरूआत किया गया है. उड़ान परियोजना के जिला समन्वयक आरिफ हुसैन ने कहा कि यह कार्यक्रम स्वयं की पहचान करने, आत्म-साक्षात्कार और मजबूत पहलुओं को समझने में मदद करना है, ताकि अपनी रुचियां, क्षमताएं और मूल्य क्या हैं।बच्चों को बाल श्रम से न कर पढाई पूरी कर ही काम करने का सुझाव दिया. लैंगिक विशेषज्ञ नवीन कुमार ने बताया की बेटी अभिशाप नहीं वरदान है, पंचायत से जिला स्तर तक हम लोग मदद करने के लिए संकल्पित हैं. वहीं इस साल अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस 2024 की थीम ””””हमारा समय अभी है – हमारे अधिकार, हमारा भविष्य है मौके पर वित्तीय साक्षरता विषेषज्ञ अमित कुमार, रवींद्र दास, प्रधानाध्यापक दिलीप कुमार के साथ ही सभी सहयोगी शिक्षक शिक्षिका एवं दर्जनों छात्राएं मौजूद थीं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है