पर्यावरण, प्रकृति, संस्कृति, शिक्षा व संस्कार को दें प्राथमिकता: डीएम
डीएम मिथिलेश मिश्र ने कहा कि आम लोगों के सहयोग से पर्यावरण, प्रकृति, संस्कृति, शिक्षा व संस्कार बचेगी, इसे सर्वोच्च प्राथमिकता दें.
लखीसराय. डीएम मिथिलेश मिश्र ने कहा कि आम लोगों के सहयोग से पर्यावरण, प्रकृति, संस्कृति, शिक्षा व संस्कार बचेगी, इसे सर्वोच्च प्राथमिकता दें. रविवार को जिला सभगार में स्वयंसेवी संगठनों के संचालकों एवं कोचिंग संस्थानों के शिक्षकों के साथ बैठक में डीएम ने यह उदगार व्यक्त की. उन्होंने कहा कि एक पेड़ बेटियों के नाम स्लोगन से पेड़ लगाओ अभियान चलायी जायेगी. इससे पर्यावरण के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ेगी. इससे स्वास्थ्य लाभ भी मिलेगा, जनभागीदारी से उक्त कार्य को मूर्त रूप देने का सफल प्रयास किया जायेगा. बैठक में डीएम ने हर महीने के चार संडे के सदुपयोग सहित अपना सात एजेंडा लक्ष्य निर्धारित किया है. लाल इंटरनेशनल स्कूल के निदेशक मुकेश कुमार ने डीएम को पुस्तक मेला आयोजित करने का प्रस्ताव दिया. जिसे डीएम ने सहर्ष स्वीकार कर लिया. बैठक में लायंस क्लब से डॉ प्रवीण कुमार सिन्हा, संजीव स्नेही, कोचिंग व स्कूल से बमबम कुमार, राजेश कुमार, मुकेश कुमार, नीतेश गुप्ता, अमर तिवारी, धर्मेंद्र आर्य, रंजन कुमार सहित दर्जनों शिक्षण संस्थान के डायरेक्टर व एनजीओ संचालक मौजूद थे.
महीने का पहला संडे खेलप्रेमियों को समर्पित
डीएम ने हर महीने के पहले संडे को एक बजे दिन में खेल प्रेमियों, खिलाड़ियों, कोच एवं उसकी प्रतिभा खोज को निखारने में समय देने की बात कही. बैठक के माध्यम से उनकी समस्याओं को सुन समाधान ढूंढने का रास्ता प्रयास होगा. विभिन्न खेलों के बेस्ट खिलाड़ियों को प्रोत्साहित कर उसे एक प्लेटफॉर्म देने का प्रयास किया जायेगा. उसकी प्रतिभा को उड़ान दिलाने का प्रयास करेंगे.कला-संस्कृति व संगीत से सुधरेगी समाज
हर महीने के दूसरे संडे को एक बजे दिन में कला, संस्कृति एवं संगीत, नृत्य कला को बढ़ावा दिया जायेगा. खिलाड़ियों के आर्थिक परेशानी को दूर कर उसे आगे बढ़ने में सहयोग करेंगे. कला प्रेमियों की प्रतिभा निखरेगी, प्रतिभा को सम्मानित, प्रोत्साहन व हौसला बढ़ेगा.
प्रोत्साहित होंगे यूपीएससी प्रतियोगी की प्रतिभाएं
हर महीने के तीसरे संडे को विभिन्न एनजीओ एवं यूपीएससी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में लगे युवाओं के साथ वार्तालाप कर उनकी आर्थिक परेशानी दूर करेंगे. कमजोर बच्चों को पढ़ने, टयूशन एवं जॉब व उचित माध्यम के लिए प्रोत्साहित मिलेगा.वृद्धजनों के नाम चौथा संडे
हर महीने के चौथे संडे वृद्धजनों व दिव्यंजन की समस्या पर वार्ता करेंगे, उनकी दैनिक समस्याएं सुनकर उनके स्वास्थ्य संबंधी जानकारी ली जायेगी. उनके खान-पान सहित सभी समस्याओं के निदान व आश्रय के लिए समुचित उपाय किया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है