सदर अस्पताल में 123 गर्भवती महिलाओं की हुई स्वास्थ्य जांच
प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत जिला मुख्यालय सदर अस्पताल में शुक्रवार को 123 गर्भवती महिला की स्वास्थ्य जांच की गयी.
लखीसराय. प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत जिला मुख्यालय सदर अस्पताल में शुक्रवार को 123 गर्भवती महिला की स्वास्थ्य जांच की गयी. जिसमे छह हाई रिस्क गर्भवती महिला के रूप में चिन्हित किया गया, जबकि चिकित्सक के सलाह पर 23 गर्भवती महिला का अल्ट्रासाउंड स्क्रीनिंग भी कराया गया. बताते चले की प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना को लेकर हर माह के 9 एवं 21 तारीख को गर्भवती महिला का प्रसव पूर्व स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया जाता है. सात माह गर्भ की अवधि पूर्ण कर चुकी 23 गर्भवती महिला का अल्ट्रासाउंड स्क्रीनिंग किया गया. जिसके रिपोर्ट के आधार पर चिकित्सीय परामर्श दिया जाता है. सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ राकेश कुमार ने बताया कि सदर अस्पताल में तैनात स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ कुमार अमित, डॉ हरिप्रिया, डॉ रेखा कुमारी एवं डॉ रूपा के नेतृत्व में शहर सहित जिले के विभिन्न क्षेत्र से आयी गर्भवती महिला का सफलतापूर्वक प्रसव पूर्व स्वास्थ्य जांच किया गया. इस दौरान गर्भवती महिला को प्रसव के पूर्व बरती जाने वाली सावधानी के अलावे खान पान की दिनचर्या के बारे में बारीकी से बताया गया. शिविर में शामिल सभी महिला को संस्थागत प्रसव के लिए नजदीकी सरकारी अस्पताल में जाने के लिए जागरूक किया गया. किसी भी परिस्थिति में घर में प्रसव कराने से मना किया गया. जांच के दौरान हाई रिस्क की चिन्हित सभी पीड़िता का बायोडाटा तैयार कर उन्हें बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश सदर अस्पताल प्रबंधन को दिया गया है. उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य जांच शिविर में शामिल सभी महिला को अस्पताल प्रबंधन के माध्यम से अल्पाहार उपलब्ध कराया जाता है.
159 गर्भवती महिलाओं की हुई एएनसी जांच
सूर्यगढ़ा. नगर परिषद सूर्यगढ़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना के तहत एएनसी जांच शिविर आयोजित की गयी. सूर्यगढ़ा सीएचसी में आयोजित शिविर में महिला चिकित्सक डॉ पूजा श्री एवं डॉ राहत जहां के द्वारा कुल 159 गर्भवती महिलाओं का हिमोग्लोबिन, हेपेटाइटिस-बी, एचआईवी, ब्लड सुगर, ब्लड प्रेशर, वजन आदि की जांच की गयी. शिविर में चिकित्सक के द्वारा प्रसूता की प्रसव पूर्व जांच का कार्य किया गया. गर्भस्थ शिशु के धड़कन जांचने के लिये डॉपलर टेस्ट किया गया. शिविर में परिवार नियोजन एवं प्रसव पूर्व तैयारी की जानकारी दी तथा गर्भवती महिलाओं की नियमित जांच की गयी. शिविर में एएनएम द्वारा पंजीकरण व वजन, ब्लड प्रेशर जांच एवं दवा का वितरण किया गया. शिविर में टीकाकरण तथा ट्रायज कक्ष में गर्भस्थ शिशु का हृदय की धड़कन की जांच की गयी. जांच के दौरान हाई रिस्क वाली एक गर्भवती की पहचान की गयी. बीएचएम प्रफुल्ल कुमार ने बताया कि लैब जांच के बाद रिपोर्ट आने के बाद अन्य हार्ड रिस्क गर्भवती की पहचान हो पायेगी. शिविर में परिवार नियोजन काउंसलर अखिलेश कुमार द्वारा महिलाओं को परिवार नियोजन के स्थायी एवं अस्थायी उपायों की जानकारी दी गयी. बीएचएम बताया कि मातृ-शिशु मृत्यु दर को न्यूनतम स्तर पर लाने को लेकर गर्भवती महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के उद्देश्य प्रत्येक माह की 9 एवं 21 तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत यह शिविर का आयोजन होता है. शिविर में गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच किया जाता है तथा जच्चा-बच्चा के स्वास्थ्य के देखभाल की जानकारी दी जाती है. शिविर में गर्भवतियों की जांच कर उनका उचित इलाज होता है. प्रसव में जोखिम वाली एक गर्भवती महिला की पहचान किया जाता है, ताकि हाई रिस्क वाली गर्भवती महिला की पहचान करके बहुत सी जटिलताओं को कम कर उन्हें सुरक्षित प्रसव कराया जाता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है