लखीसराय. कार्यस्थल पर सुरक्षा की गारंटी व डिजिटल अटेंडेंस का विरोध सहित सात सूत्री मांगों के समर्थन में एनएचएम कर्मियों ने मंगलवार को बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के बैनर तले सिविल सर्जन एवं डीएचएस कार्यालय के सामने धरना-प्रदर्शन किया. बिहार राज्य चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिला मंत्री रामस्वारथ सिंह के नेतृत्व में आयोजित इस प्रदर्शन के दौरान एनएचएम स्वास्थ्य कर्मियों ने राज्य सरकार व स्वास्थ्य मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. धरना-प्रदर्शन में शामिल अधिकांश महिला स्वास्थ्य कर्मी ने फूल नहीं चिंगारी हैं, हम भारत की नारी हैं, स्वास्थ्य मंत्री होश में आओ, तुगलकी फरमान वापस लो-वापस लो सहित विरोध में विभिन्न तरह के नारे लगाते रहे. जिला महामंत्री राम स्वारथ सिंह ने बताया कि विशेष रूप से डिजिटल विधि से हाजिरी दर्ज करने का भेदभाव पूर्ण आदेश का विरोध किया जा रहा है. जिसमें नियमित व लाखों की सैलरी लेने वाले स्वास्थ्य कर्मी को डिजिटल अटेंडेंस के बंधन से मुक्त रखा गया है. हमारी सात सूत्री मांग में मुख्य रूप से समान काम का समान वेतन, स्वास्थ्य विभाग में पद को सृजित करते हुए हमारी सेवा को तत्क्षण प्रभाव से स्थायी करने, अप्रैल 2024 से लंबित वेतन का अविलंब भुगतान, एफआरएएस विधि से डिजिटल अटेंडेंस बनाने की अव्यावहारिक एवं अविवेकपूर्ण आदेश को निरस्त करने, स्वास्थ्य उपकेंद्र पर स्थायी भवन, आवासीय सुविधा प्रदान करने, कार्यस्थल पर शौचालय, स्वच्छ पेयजल व बिजली इत्यादि जैसी बुनियादी सुविधा बहाल करने एवं कार्यस्थल पर सुरक्षा की गारंटी सुनिश्चित करना शामिल है. अंत में इन मांगों से संबंधित ज्ञापन सीएस एवं डीएचएस कार्यालय को उपलब्ध कराया गया. मौके पर नीतीश कुमार, सुमन कुमारी, सीता कुमारी, सोनी कुमारी, पूजा कुमारी, रीना कुमारी, सुजाता कुमारी, पूजा भारती, मनीषा कुमारी, पल्लवी कुमारी, रितु कुमारी, कंचन कुमारी, लवली कुमारी, साक्षी आनंद, प्रिया रानी, प्रतिमा कुमारी एवं मोनिका पटेल सहित अन्य लोग मौजूद थे.
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