फाइलेरिया उन्मूलन: जिले में 10 अगस्त से चलेगा एमडीए/आइडीए अभियान
जिले में फाइलेरिया उन्मूलन के लिए इस महीने के 10 तारीख से एमडीए अभियान चलेगा.
लखीसराय. जिले में फाइलेरिया उन्मूलन के लिए इस महीने के 10 तारीख से एमडीए अभियान चलेगा. जिसके माध्यम से गठित स्वास्थ्य टीम द्वारा घर-घर जाकर सभी पात्र (योग्य) व्यक्तियों को उम्र व ऊंचाई के अनुसार दवाई का सेवन कराया जायेगा, साथ ही इस दौरान फाइलेरिया से बचाव के लिए लोगों को जरूरी और आवश्यक सलाह दी जायेगी तथा जागरूक भी किया जायेगा. इस अभियान के शुभारंभ होने के पूर्व सारी जरूरी तैयारियां पूरी की जा रही हैं, ताकि हर हाल में निर्धारित समय पर अभियान का शुभारंभ हो सके और सफलतापूर्वक समापन सुनिश्चित हो सके.
गर्भवती महिलाओं व गंभीर बीमारी से पीड़ित व्यक्ति के अलावा दो वर्ष से कम आयु वर्ग के बच्चों को नहीं खिलायी जायेगी दवा
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ राकेश कुमार अभियान के दौरान घर-घर जाकर लोगों को एलबेंडाजोल और डीईसी के साथ आइवर मैक्टिन की गोली पात्र व्यक्तियों को खिलायी जायेगी. उक्त दवा गर्भवती महिलाओं एवं गंभीर बीमारी से पीड़ित व्यक्ति के अलावा दो वर्ष से कम आयु वर्ग के बच्चों को छोड़कर शेष सभी लोगों को स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा खिलायी जायेगी. साथ ही इस बीमारी से बचाव के लिए आवश्यक जानकारी देते हुए जागरूक की जायेगी, ताकि उक्त अभियान का सफलतापूर्वक समापन एवं बीमारी पर रोकथाम संभव हो सके. वहीं, उन्होंने बताया कि इस बीमारी से बचाव के लिए दवाई के साथ-साथ एहतियात भी जरूरी है. इसलिए अभियान के दौरान योग्य व्यक्तियों को दवाई तो खिलायी ही जायेगी. इसके अलावा इस बीमारी से बचाव के लिए लोगों को आवश्यक जानकारी भी दी जायेगी, जैसे कि, घर के आस-पास गंदगी जमा नहीं होने दें एवं घरों में सोने से पहले मच्छरदानी का उपयोग करें. साथ ही अन्य लोगों को दवा सेवन के प्रति जागरूक भी करें, ताकि फाइलेरिया जैसी बीमारी जड़ से समाप्त हो सके. इस बीमारी को पूरी तरह से मिटाने के लिए जागरूकता भी बेहद जरूरी है.
अभियान के दौरान परिवार के सदस्यों के विवरण की भी ली जायेगी जानकारी
वेक्टर रोग नियंत्रण पदाधिकारी गौतम प्रसाद ने बताया कि अभियान के दौरान प्रत्येक परिवार के सदस्यों का विवरण की भी जानकारी ली जायेगी, जैसे परिवार में कुल कितने सदस्य हैं, सभी का नाम, उम्र समेत अन्य जानकारी प्राप्त पंजी में पूरी डिटेल दर्ज की जायेगी. साथ ही दो वर्ष से छोटे बच्चे, गंभीर बीमारी से पीड़ित व्यक्ति एवं गर्भवती व एक सप्ताह पूर्व मां बनी महिलाओं का भी विवरण लेकर अलग पंजी में दर्ज किया जायेगा, क्योंकि, ऐसे लोगों को दवाई नहीं खिलायी जायेगी.फाइलेरिया क्या है
फाइलेरिया मच्छर के काटने से होने वाला एक संक्रामक रोग है.
किसी भी उम्र के व्यक्ति फाइलेरिया से संक्रमित हो सकते हैं.फाइलेरिया के लक्षण हाथ और पैर में सूजन (हांथी पांव) व हाईड्रोशील (अंडकोष में सूजन) है.
किसी भी व्यक्ति को संक्रमण के पश्चात बीमारी होने में 05 से 15 वर्ष लग सकता है.फाइलेरिया से बचाव के उपाय
सोने के समय मच्छरदानी का निश्चित रूप से प्रयोग करें.घर के आसपास गंदा पानी जमा नहीं होने दें.
एल्बेंडाजोल व डीईसी के साथ आइवरमैक्टिन की गोली का निश्चित रूप से सेवन करें.साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें.
आशा कार्यकर्ताओं व वॉलिटियर्स को फाइलेरिया कार्यक्रम को लेकर दिया गया प्रशिक्षण
सूर्यगढ़ा. स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सूर्यगढ़ा के सभागार में मंगलवार को प्रखंड के सभी आशा कार्यकर्ता एवं वॉलिंटियर को फाइलेरिया संबंधित ट्रेनिंग दी गयी. ट्रेनिंग केटीएस विनोद कुमार चौबे, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक प्रफुल्ल कुमार, बीसीएम राजेश कुमार प्रमाणिक, डब्ल्यू एचओ मॉनिटर मनोज कुमार एवं पीरामल फाउंडेशन के राजेश कुमार के द्वारा दी गयी. 10 से 29 अगस्त तक चलने वाला फाइलेरिया अभियान से संबंधित कई जानकारियां दी गयी. 10 अगस्त से सभी आशा अपने अपने क्षेत्र में घर-घर जाकर फाइलेरिया के दवा सहित एल्बेंडाजोल दवा खिलायेगी, जो दवा नही खायेगा उसका रिपोर्ट तैयार करेगी. दो वर्ष से कम उम्र के बच्चे को दवा नहीं खिलाना है, गर्भवती महिलाओं को दवा नहीं देना है, जो गंभीर बीमारी से ग्रसित है उन्हें भी दवा नहीं देना है, सहित माइक्रो प्लान बनाने संबंधित विस्तृत जानकारी दी गयी. साथ ही यह भी बताया गया कि लोगो को दवा देने के साथ ही साथ दवा खाने से क्या फायदा है, उस संबंध में भी बताना होगा. वहीं बीसीएम राजेश कुमार प्रमाणिक ने बताया कि कुछ माह पूर्व फाइलेरिया को ले नाइट ब्लड सैंपल कलेक्ट किया गया था. क्षेत्र में फाइलेरिया अभियान चलाकर दवा दिया जायेगा. मौके पर प्रखंड के सभी आशा व कई स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे.
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