बड़हिया. प्रखंड कार्यालय स्थित बीआरसी भवन में सरकारी स्कूलों से बाहर व शिक्षा से वंचित रह रहे बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने को लेकर प्रखंड के प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों के शिक्षकों की एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न हुआ. प्रशिक्षण कार्यक्रम बीआरपी दिलीप कुमार एवं बीपीएम अरुण कुमार के मौजूदगी में आयोजित की गयी. मौके पर मौजूद रहे प्रशिक्षक पप्पू कुमार पप्पू ने उपस्थित शिक्षक व शिक्षिकाओं को राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत जिले में स्कूल से बाहर के बच्चों की पहचान के लिए डोर-टू-डोर सर्वे कराया जायेगा. सर्वेक्षण का उद्देश्य छह से 18 आयु वर्ग के विद्यालय से बाहर व क्षितिज बच्चों की पहचान करना व उनका उम्र सापेक्ष कक्षा में नामांकन करना है. सर्वेक्षण के लिए विभाग द्वारा 24 कॉलम का फार्मेट तैयार किया गया है. बीपीएम अरुण कुमार ने कहा कि नि:शुल्क व अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2010 के अनुसार छह से 14 आयु वर्ग के बच्चों को शिक्षा के अधिकार प्राप्त है. इसके बाद भी कई बच्चे इस मौलिक अधिकार से वंचित रह जाते हैं. उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के आलोक में विद्यालय से बाहर सभी बच्चों का सर्वेक्षण किया जाना है. उसके बाद विद्यालय से बाहर के छह से 14 आयु वर्ग के सभी बच्चों की पहचान करना व उन्हें उम्र सापेक्ष कक्षा में नामांकन भी किया जायेगा. 15 से 19 आयु वर्ग के बच्चों को भी चिन्हित कर जो कतिपय कारणों से 10 वीं एवं 12 वीं की शिक्षा नहीं ले पाये हैं, उन्हें भी आवश्यकतानुसार सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी. विद्यालय से बाहर क्षितिज बच्चों के संबंध में राज्य स्तरीय सर्वेक्षण प्रपत्र में एकत्रित आंकड़ों की एंट्री बेस्ट एप के माध्यम से की जायेगी. मौके पर बड़हिया शिक्षांचल के कई शिक्षक एवं शिक्षिकाएं मौजूद थे.
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