बढ़ती ठंड ने लोगों को घरों में दुबकने को किया मजबूर
बढ़ती ठंड के कारण लोगों को घरों से निकलना दुश्वार हो गया है. लोग पछुआ हवा के कारण हाड़ कांप रही है.
शनिवार को सुबह से छाया रहा कुहासा, सड़क पर वाहनों का आवागमन कम
लखीसराय. बढ़ती ठंड के कारण लोगों को घरों से निकलना दुश्वार हो गया है. लोग पछुआ हवा के कारण हाड़ कांप रही है. लोग अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए लोगों को सोचना पड़ रहा है. लोगों को कनकनी एवं हवा के कारण ऊनी कपड़े पहनने से भी राहत नहीं मिल रही है. शनिवार को सुबह से ही ठंडी हवा के झोंके एवं कुहासे के कारण एक से दूसरे स्थान पर पहुंचने के लिए विलंब से पहुंचे. शनिवार की सुबह से ही कुहासे से घिरा रहा, पूरा वातावरण शनिवार को सुबह से ही कुहासे से ढका हुआ था. जिसके कारण लोगों का आवागमन भी कम दिखाई दे रहा था. एनएच 80 पर वाहनों का भी कम आवागमन देखा गया. यहां तक कि कई स्कूली बस भी कुहासा के कारण परिचालन नहीं हो पाया.चना, मटर व गेहूं के लिए लाभदायक है मौसम
बढ़ती ठंड व कुहासे से रबी फसल के चना मसूर एवं गेहूं के फसल के लिए लाभदायक सिद्ध होगा. वहीं रबी फसल के सरसों आलू, धनिया के लिए हानिकारक साबित होगा.बोले वैज्ञानिक
पौधा संरक्षण सहायक निदेशक रीमा कुमारी ने कहा कि कुहासा मूलतः दो फसलों चना एवं गेहूं के लिए लाभदायक साबित होगा वहीं अन्य फसलों के लिए हानिकारक सिद्ध होगा. इसके लिए किसान कृषि विभाग द्वारा अधिकृत एजेंसी के द्वारा ही दवा खरीद कर फसल में छिड़काव करें.ठंड से बचने के लिए अलाव का सहारा ले रहे लोग
मेदनीचौकी. पिछले चार-पांच दिनों से ठंड में बेतहासा वृद्धि से जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो जा रहा है. ठंड का प्रकोप इतना बढ़ गयी है कि लोगों को घर से निकलना मुहाल हो गया है. गांव के गली-नुक्कड़ पर खुद का इंतजाम से अलाव जलाकर लोग ठंड से राहत पा रहे हैं. वहीं कामगर लोगों को रोजगार के लिए ठंड में घर से मजबूरन निकलना पड़ रहा है. दिनचर्या में ठंड से काम-काज भी काफी प्रभावित हो रहा है. ग्रामीण हलकों में किसानों के लिए मुश्किल भरा दिन निकल रहा है. कृषि कार्य कड़ाके की ठंड से ज्यादा प्रभावित हो रही है. पशुपालकों के ऊपर भी बढ़ती ठंड से मुसीबत का पहाड़ टूट रहा है. कई पशुपालकों का कहना है कि पशुपालन पर आश्रित रह कर जीविका चलाने वाले परिवारों के लिए ठंड की मार से स्थिति बेहाल है. वहीं स्कूली बच्चों का भी बुरा हाल है. सुबह बच्चों के लिए ठंड में स्कूल जाना मुश्किल हो रहा है. ठंड में बढ़ोत्तरी को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा अबतक अलाव की व्यवस्था नहीं की गयी. लोग स्वयं अलाव की व्यवस्था कर ठंड से बचने के जुगत में देखे जा रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है