बड़हिया. नगर के बीएनएम कॉलेज के सभागार में बुधवार को एक दिवसीय फाइलेरिया उन्मूलन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम के तहत उपस्थित छात्राओं को फाइलेरिया होने के कारण, बचाव एवं इलाज से संबंधित जानकारियां विस्तार से दी गयी. वहीं स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रतिनियुक्त विशेषज्ञ के अलावा कॉलेज के प्राचार्य व शिक्षकेत्तर कर्मी उपस्थित थे. कार्यक्रम की अध्यक्षता कॉलेज प्राचार्य डॉ आशुतोष कुमार और संचालन प्रो प्रमोद यादव ने किया. मौके पर वेक्टर रोग नियंत्रण पदाधिकारी भगवान दास ने सभी को बताया कि फाइलेरिया अर्थात हाथी पांव एक लाइलाज बीमारी है. बावजूद शुरुआत के दो स्टेज तक इस पर काबू पाया जा सकता है. यह एक ऐसी बीमारी है जिसका पता 15 से 20 साल बाद चलता है. इसके जीवाणु की जांच रात्रि में ही होती है. जिसके लिए सरकार द्वारा समय-समय पर रात्रि सर्वे कराया जाता है. अपने और अपने आसपास के लोगों को फाइलेरिया बीमारी से निजात दिलाने के लिए आम जनमानस को जागरूक करना बहुत जरूरी है. फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर सरकार गंभीर है. जिसके द्वारा बड़े पैमाने पर कार्यक्रम चलाकर हर उम्र के लोगों को फाइलेरिया से बचाव की गोली खिलायी जाती है. जिसका आयोजन इन दिनों भी जारी है. मौके पर बीएचएम अन्नू कुमार, बीसीएम श्वेता कुमारी, आशा कुमारी माधुरी, नंदिता कुमारी, जिला कंसल्टेंट गौतम कुमार, मंजीत कुमार, डॉ आनंदी कुमार, डॉ अभिमन्यु कुमार, डॉ रेणु चौधरी, डॉ नीता कुमारी, संजीव कुमार राय आदि उपस्थित रहे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है