शिविर में मुंह के कैंसर से पहले के लक्षण की दी गयी जानकारी
राधा डेंटल केयर मुंगेर के द्वारा बुधवार को मेदनीचौकी थाना क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय देवघरा में दंत चिकित्सा जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया.
सूर्यगढ़ा. राधा डेंटल केयर मुंगेर के द्वारा बुधवार को मेदनीचौकी थाना क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय देवघरा में दंत चिकित्सा जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया. शिविर में दंत चिकित्सक डॉ उदय शंकर ने शिक्षकों, छात्रों एवं ग्रामीणों को दांत एवं मुंह संबंधित बीमारियों से बचने के उपाय बताये. डॉ उदय शंकर ने बताया कि ज्यादातर मरीज अपनी दांत एवं मुंह संबंधित बीमारियां विस्तार हो जाने के बाद चिकित्सक को दिखाते हैं. जानकारी के अभाव में जिससे छोटी बीमारी भी कई बार जानलेवा हो जाती है. लंबे समय तक गुटखा, सुपारी, पान के प्रयोग करने वालों को अगर मुंह खुलना काम हो जाय, जीभ का हिलना डुलना काम हो जाय, गाल के अंदर की परत मोटी लगने लगे, बिना नमक मिर्च का भी खाना काफी जलन सा लगे, धीरे-धीरे सुनने की क्षमता कम होने लगे तो समझे की कैंसर से पहले की अवस्था में मरीज आ चुका है. इसको लेकर प्रत्येक दिन दो बार ब्रश करने की सलाह देते हुए कहा कि रात के खाने के बाद सोने से पहले ब्रश करना सबसे महत्वपूर्ण है.
ब्रश को 60 से 70 दिनों में बदलने की आवश्यकता
चिकित्सक ने ब्रश करने के बाद ब्रश को साफ सुथरी जगह पर रखने की सलाह, अल्ट्रा सॉफ्ट ब्रश करने की सलाह दी गयी तथा ब्रश करने के तरीके के बारे में जानकारी दी गयी. इसके अलावा दूध के दांतों के महत्व की जानकारी देते हुए बताया गया कि बच्चों में अंगूठा चूसना, मुंह खुला करके सो जाना, बच्चों के दांतों एवं जबड़ों पर बुरा असर डालता है. जिससे उनके दांत टेढ़े मेढ़े एवं चेहरा खराब हो सकता है. बच्चों में ऐसी आदत दिखने पर अभिभावक अविलंब दंत चिकित्सक से संपर्क करें. उन्होंने बच्चों को हरी पत्तेदार सब्जी, दूध, फल, मिक्स दाल एवं ताजा खाना खाने की सलाह दी तथा जंक फूड, पैकेट बंद खाना, मीठा चिपचिपा खाना जैसे चॉकलेट चिप्स आदि से परहेज करने की सलाह दी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है