लखीसराय. जिला समाहरणालय परिसर में स्थित एनआइसी के सभागार में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत संबंधित विभाग के पदाधिकारी के साथ मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षात्मक बैठक कर विभिन्न दिशा-निर्देश दिये. इसमें यत्र-तत्र बिखरी पड़ी ऐतिहासिक एवं पुरातात्विक महत्व वाली मूर्तियों को संग्रहालय में रखे जाने को कहा गया है. जबकि अभी तक अशोक धाम संग्रहालय में रखी गयी महत्वपूर्ण मूर्तियों को भी उपस्थापित नहीं कराया जा सका है. ऊपर से रजौना चौकी में मिली मूर्ति भी अभी ग्रामीणों के कब्जे में ही है. जबकि जमाबंदी प्रक्रिया को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लाने को लेकर ऑनलाइन विभिन्न तरह की जानकारी एंट्री करने को लेकर भी निर्देशित किया गया. विभिन्न तरह के संचालित अभियंत्रण शैक्षणिक संस्थानों में संसाधन में वृद्धि को लेकर भूमि उपलब्धता की प्रक्रिया में तेजी लाने को कहा गया. इसके अलावा कई अन्य विभाग से संचालित योजनाओं की भी अन्य जिलों को लेकर चर्चा हुई. इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में जिलाधिकारी मिथिलेश मिश्र, एडीएम सुधांशु शेखर, जिला योजना पदाधिकारी ओमप्रकाश सिंह, जिला कला संस्कृति पदाधिकारी मृणाल रंजन आदि उपस्थित थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है