लखीसराय. मॉनसून कमजोर रहने के कारण जिले में बारिश पिछले कई दिनों से नहीं हो रही है. जिससे धान की रोपनी की गति पर विराम लगा हुआ है. कहीं-कहीं धान की रोपनी की जा रही है तो कहीं सूखा रहने के कारण धान की रोपनी बाधित हो रही है. हालांकि जिले में 25 प्रतिशत ही पानी के अभाव में धान की रोपनी हलसी एवं चानन में बोरिंग की व्यवस्था नहीं रहने के कारण यहां के किसान आहार नहर आदि पर ही निर्भर करते हैं, लेकिन आहार नहर में पानी होने के कारण किसानों को कोई खास परेशानी का सामना नहीं करना पड़ रहा है. किसानों का धान का बिचड़ा तैयार हो चुका है. किसान अपने खेतों की जुताई शुरू कर दी है. दो-चार दिन के बाद जिले में धड़ल्ले से धान की रोपनी शुरू हो जायेगी.
सदर प्रखंड व रामगढ़ चौक में बोरिंग की व्यवस्था होने के कारण कोई खास परेशानी नहीं
सदर प्रखंड व रामगढ़ चौक एवं सूर्यगढ़ा के कुछ क्षेत्र में बोरिंग एवं नहर की व्यवस्था है. किसान डीजल पंप सेट एवं बोरिंग से पटवन कर अपने-अपने खेतों का जुताई करना शुरू कर दिया है. दो दिन के बाद जिले के विभिन्न क्षेत्रों में धान की धान की रोपनी से शुरू हो जायेगी.फिलहाल हम सब अपने बोरिंग से खेत का पठान कर रहे हैं. बिछड़ा लगभग तैयार है. रोपनी शुरू कर दी जायेगी.
बाल्मीकि यादव, किसान, गढ़ी बिशनपुर
फिलहाल बोरिंग व नहर से यहां के किसान अपने खेत का पटवन जोत आवाद कर रहे हैं. फिलहाल तो बोरिंग से रोपनी कर ली जायेगी, लेकिन बारिश का होना बहुत जरूरी है.सुबोध कुमार सिंह, किसान, बालगुदर
जिले में अब तक 15 प्रतिशत धान की रोपनी हुई है. कई किसानों का धान का बिचड़ा तैयार नहीं होने के कारण भी धान की रोपनी में विलंब हुई है. अब जब सभी किसान का धान का बिचड़ा तैयार हो चुका है. दो दिन के बाद रोपनी में तेजी आयेगी.सुबोध कुमार सुधांशु, जिला कृषि पदाधिकारी
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है