पीरीबाजार. क्षेत्र अंतर्गत अभयपुर स्थित निर्माणाधीन 161 फीट श्रीश्री 108 मां भगवती मंदिर में बुधवार को पूरे शास्त्रीय विधि विधान के साथ साढ़े सात फीट उंचाई वाले भव्य कलश की स्थापना की गयी. शिखर कलश स्थापना को लेकर पांच दिवसीय अनुष्ठान शतचंडी महायज्ञ का आयोजन किया गया है, जिसकी शुरुआत सोमवार को भव्य कलश शोभायात्रा के साथ हुई. बुधवार को बनारस से आये विद्वान पंडित मंजय दिक्षित, पंडित गुलशन कृष्ण शास्त्री, आचार्य दिव्यानंद शास्त्री, गोपाल जी शास्त्री, पंडित विनय झा देवघर सहित अन्य ब्राह्मणों ने यज्ञ के आचार्य इंटरनेशनल जनरल ऑफ योगा एंड एलाइड साइंस के चीफ एडिटर एवं उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय में योग विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष एवं आधुनिक ज्ञान विज्ञान संकाय के संकायाध्यक्ष डा कामाख्या कुमार एवं उनकी पत्नी प्रतिभा सिंह व अनूप कुमार लुहारूका एवं पूजा लुहारूका द्वारा वैदिक विधि विधान के साथ पूजन कर शिखर कलश स्थापित कराया.
जीव के सभी दुखों का मूल कारण माया: आशीष कुमार बापू
लखीसराय. स्थानीय केआरके मैदान में चल रही नौ दिवसीय श्रीमद् वाल्मीकि रामायण कथा के पंचम दिवस अयोध्या से आये हुए राष्ट्रीय संत आशीष कुमार बापू ने कहा कि जीव के समग्र दुख है और समस्या का मूल कारण माया है. यदि माया से जीव ऊपर उठ जाय तो वह संपूर्ण दुख और समस्याओं से भी छूट जायेगा, पर माया से छूटना जीव के लिए सामान्य सी बात नहीं, बड़ा ही कठिन है. उन्होंने कहा कि माया से छुटकारा तभी मिल सकता है जब जीव परमात्मा के चरण शरण में जाय, क्योंकि परमात्मा ही मायापति है और जब मायापति का चरण जो पकड़ता है, जीव को मायापति आत्मसात करते हैं तो माया अपने आप जीव को छोड़कर अलग हो जाती है. उन्होंने आगे की चर्चा करते हुए कहा की भगवान के समग्र अवतारों में जो दो सर्वमान्य अवतार ,हैं श्रीराम और कृष्णा इन दोनों में भगवान ने राक्षसों के विनाश के लीला सबसे पहले एक राक्षसी से किया है.कलश शोभायात्रा निकाल तीन दिवसीय यज्ञ की शुरुआत
सूर्यगढ़ा. नगर परिषद क्षेत्र के गोपालपुर गांव से बुधवार की पूर्वाहन मइया गोपालपुर वाली के तीन दिवसीय वार्षिकोत्सव आयोजन को लेकर पहले दिन भव्य कलश जल भरन शोभायात्रा निकाली गयी. मंदिर परिसर में मध्य विद्यालय मौलानगर के प्रधानाध्यापक जटाशंकर शर्मा ने विधिवत फीता काटकर एवं चुनरी देकर आयोजन का शुभारंभ किया. यह शोभायात्रा गोपालपुर गांव स्थित मंदिर परिसर से निकलकर विभिन्न ग्रामीण पथों से होकर सूर्यगढ़ा बाजार पहुंचा. सूर्यगढ़ा बाजार के विभिन्न चौक चौराहे से गुजरती शोभायात्रा शिव दुर्गा महावीर मंदिर परिसर पहुंचा. जहां मंदिर की परिक्रमा कर शोभा यात्रा पटेल चौक होते पटेलपुर पक्का पुल घाट पहुंचा. यहां गया से आये आचार्य धर्मेंद्र पांडेय एवं उनके सहयोगी द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण एवं धार्मिक अनुष्ठान के बीच कलश जल भरने का कार्य संपन्न कराया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है