तीन दिवसीय रामधुनी को लेकर निकाली गयी कलश शोभायात्रा
प्रखंड के टोड़लपुर पंचायत अंतर्गत मुस्तफापुर चंद्रवंशी टोला में सोमवार को 72 घंटे का अखंड रामधुनी शुरू हुआ.
सूर्यगढ़ा. प्रखंड के टोड़लपुर पंचायत अंतर्गत मुस्तफापुर चंद्रवंशी टोला में सोमवार को 72 घंटे का अखंड रामधुनी शुरू हुआ. इसे लेकर सोमवार की सुबह आयोजन स्थल से भव्य कलश जल भरन शोभायात्रा निकाली गयी. जिसमें कुल 151 महिलाएं सिर पर कलश धारण कर शोभायात्रा में शामिल हुई. शोभायात्रा निस्ता गांव से होकर एनएच 80 के रास्ते सूर्यगढ़ा बाजार पहुंची. यहां से कटेहर गांव होते गौरी शंकर धाम में किऊल नदी के तट पर धार्मिक अनुष्ठान के बीच विधिपूर्वक कलश में जल भर पूजा स्थल पर पहुंचे. पूजन कार्य में पुरोहित बादल पांडेय एवं यजमान उदय राम शामिल हुए. गाजे-बाजे के साथ निकली कलश जल भरन शोभायात्रा में लगभग सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण शामिल हुए. शोभा यात्रा के दौरान जय श्रीराम के जय घोष से इलाका गुंजायमान होता रहा. शोभा यात्रा पुन: इसी रास्ते रामधुनी आयोजन स्थल पहुंचा. इसके बाद यहां अखंड रामधुनी शुरू हो गया. आयोजन स्थल पर चहूंओर भक्ति की मंदाकिनी बहती रही.
शिव मंदिर की भूमि पूजन के लिए निकाली गयी कलश यात्रा
रामगढ़ चौक. प्रखंड अंतर्गत तेतरहाट थाना क्षेत्र के झिनौरा गांव में सोमवार को शिव मंदिर के निर्माण के लिए भूमि पूजन को लेकर 201 कन्याओं की कलश यात्रा निकाली गयी. जिसमें ग्रामीण पंजाबी सिंह, अरुण सिंह, अवध सिंह, पप्पू यादव, छबीला यादव, महेश सिंह, सातों सिंह एवं समस्त ग्रामीणों की उपस्थिति में आचार्य कमल पांडेय के वैदिक मंत्र उच्चारण से कलश यात्रा शिव मंदिर के निकट से प्रारंभ किया गया. हाथी, घोड़ा, गाजे-बाजे नगाड़े के साथ ओम नमः शिवाय समस्त ग्रामीण बच्चे बूढ़े महिलाएं नौजवान किऊल नदी के पचाम बसुआचक घाट से जल भरकर पुनः समस्त गांव का परिभ्रमण करते हुए यज्ञशाला के निकट आकर कलश को रखा गया. जिस स्थान पर शिव मंदिर के निर्माण के लिए भूमि पूजन की गयी, वहीं बगल में शिव मंदिर बना हुआ है. आज से चार माह पूर्व मंदिर प्रांगण की चारदीवारी के लिए भूमि की खुदाई जेसीबी मशीन से की जा रही थी. तभी पुराना टिल्हा के निकट खुदाई के दौरान एक शिवलिंग निकला एवं मां पार्वती की प्रतिमा भी निकली थी. जिनकी स्थापना के लिए ग्रामीणों के द्वारा नये मंदिर के निर्माण के लिए सामूहिक रूप से भूमि पूजन किया गया एवं जिसको लेकर 24 घंटे की अखंड रामधुनी भी प्रारंभ की गयी है. इस बीच में रामचरितमानस का भी पाठ किया जायेगा. आचार्य कमल पांडेय ने बताया कि कलयुग में राम के नाम लेने मात्र से ही सभी प्रकार के कष्ट का निवारण हो जाता है.
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