हलसी. प्रखंड के सिरखिंडी गांव में काली मंदिर के बगल में भारतीय विश्वकर्मा संस्था के बैनर तले बढ़ई, लोहार एवं अन्य समाज द्वारा श्रीश्री 108 बाबा विश्वकर्मा मूर्ति प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर तीन दिवसीय यज्ञ का आयोजन किया गया. कलश शोभायात्रा में सुहागिन एवं कुमारी कन्याओं ने भाग लिया. जानकारी के अनुसार सिरखिंडी गांव में भव्य कलश शोभायात्रा काली मंदिर सह विश्वकर्मा मंदिर यज्ञ स्थल से डीजे व बैंड-बाजे के साथ हजारों की संख्या में महिला-पुरुष श्रद्धालुओं एवं सुहागिन व कुमारी कन्या सहित सड़क की दोनों तरफ लाइन लगाकर लोग लगभग छह किलोमीटर नंगे पाव जल भरने के लिए बहछा गांव स्थित दुर्गा मंदिर समीप मीठी तालाब पहुंचे. कलश में जल भरने के दौरान उपस्थित ब्राह्मणों ने महिला-पुरुष सहित यजमान के बीच मंत्रोच्चारण के साथ पूजा-पाठ एवं आरती करायी. इस दौरान कार्यक्रम के आयोजक सुबोध कुमार, ब्राह्मण के रूप में पंडित राकेश पांडे, पंडित श्रवण पांडेय, पंडित मणिकांत पांडेय, कपिल पांडेय एवं यजमान के रूप में शंकर शर्मा व उनकी पत्नी रूबी देवी, अरुण मिस्त्री व उनकी पत्नी मंजू देवी, रामदीन मिस्त्री, दशरथ मिस्त्री, प्रखंड उपप्रमुख श्रवण कुमार तथा समाजसेवी सह राजद नेता अजय कुमार द्वारा पूजा-पाठ एवं आरती के बाद पुनः कलश शोभायात्रा यज्ञ स्थल पहुंचा. जानकारी के अनुसार बहछा गांव के दर्जनों युवक द्वारा सभी कुमारी कन्याएं एवं श्रद्धालुओं के बीच पानी एवं शरबत वितरण भी किया गया. उसके बाद वहां से पुनः मीठी तालाब से सभी श्रद्धालु अपने हाथों में बजरंगबली का ध्वज लिए तथा बैंड-बाजे के साथ झूमते-नाचते जय श्रीराम का नारा लगाते हुए यज्ञ स्थल पहुंचे. जिससे पूरा वातावरण भक्ति मय में तब्दील हो गया. सभी कुमारी कन्याओं को कतार लगाकर बारी-बारी से कलश लेकर काली मंदिर में रखा गया. उसके बाद पूजा समिति की ओर से सभी कुमारी कन्याएं एवं श्रद्धालुओं को शरबत, नींबू-पानी व कई प्रकार के फल जैसे केला, सेब, अमरूद, नाशपाती, अंगूर इत्यादि वितरण किया गया. मौके पर उपस्थित हलसी प्रखंड उप प्रमुख श्रवण कुमार ने बताया कि बाबा विश्वकर्मा की मूर्ति के प्राण प्रतिष्ठा के लिए तीन दिवसीय यज्ञ का आयोजन किया गया. जिसमें भगवान इंद्र का भी आशीर्वाद मिल गया है. इससे हजारों की संख्या में श्रद्धालु सहित सैकड़ों कन्याओं ने लगभग छह किलोमीटर दूर आना-जाना किया, जिससे लोगों को राहत मिली. उन्होंने कहा कि फुहारा की तरह वर्षा होने से किसी भी कुमारी कन्या को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा. वहीं मौके पर उपस्थित कार्यक्रम के आयोजक सुबोध कुमार ने बताया कि कलश शोभा यात्रा के दौरान उनकी कमेटी द्वारा बनाये गये वॉलिंटियर पूरी कलश शोभायात्रा पर नजर लगाये हुए थे, जिससे किसी को किसी तरह की तकलीफ न हो सके.
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