सरस्वती पूजा के पंडाल को लेकर किऊल धर्मशाला हो चुका है मशहूर

सरस्वती पूजा के पंडाल को लेकर किऊल धर्मशाला हो चुका है मशहूर

By Prabhat Khabar News Desk | January 29, 2025 6:52 PM

प्रत्येक वर्ष सरस्वती पूजा में अनोखे पंडाल का होता है निर्माण

-किंग कांग के मुंह से भूल भूलैया होकर मगरमच्छ के पेट में प्रवेश कर देवी मां करना होगा दर्शन

लखीसराय. सरस्वती पूजा के लिए किऊल धर्मशाला में तरह-तरह का पंडाल तैयार किया जाता है. सन 1951 से रवि रश्मि परिषद के द्वारा यहां पर सरस्वती पूजा का आयोजन किया जाता है. पंडाल अजीबोगरीब तैयार होता है. कभी भूल भुलैया, तो कभी खुल जा सिम-सिम पहाड़ी बाबा जैसे अनेकों तरह के झांकियां के साथ पंडाल तैयार किया जाता है. वृंदावन के ही कलाकार राकेश कुमार गुप्ता के द्वारा किंग कोंग भूल भुलैया एवं मगरमच्छ के पेट होकर मां सरस्वती की प्रतिमा तक पहुंचने का पंडाल निर्माण किया है. किंग कोंग के मुंह मे प्रवेश करने के बाद भूल भुलैया होकर मगरमच्छ के खुलते एवं बंद होते पेट होकर लोगों को गुजरना पड़ेगा. जिसकी बाद मां की प्रतिमा का श्रद्धालु दर्शन कर सकते हैं. राकेश कुमार गुप्ता अपने सहयोगी सुभाष राम एवं सनी गुप्ता के सहयोग से यह अजीबोगरीब पंडाल तैयार किया है. एक माह में पंडाल को तैयार किया जाता है. जिसमें हजारों की लागत होती है रवि रश्मि परिषद के अध्यक्ष सचिन मंडल, उपाध्यक्ष विशाल मंडल एवं सचिव बिट्टू मंडल ने संयुक्त रूप से बताया है कि इस बार तीन फरवरी को मां की पूजा होगी. उद्घाटन सूर्यगढ़ा विधायक प्रह्लाद यादव द्वारा कराया जायेगा. तीन से लेकर पांच फरवरी तक मां की प्रतिमा के दर्शन के लिए महिला एवं पुरुष श्रद्धालुओं की काफी भीड़ होती है. कोषाध्यक्ष ब्रह्मदेव राम ने बताया कि स्थानीय जनप्रतिनिधि अधिकारी एवं लोगों के आर्थिक सहयोग से प्रत्येक साल अलग-अलग रूप से पंडाल तैयार कर मां की पूजा अर्चना की जाती है.

शांति समिति की बैठक में लगाया डीजे पर पूर्ण प्रतिबंध

मेदनीचौकी

बुधवार को मेदनीचौकी थाना परिसर में आगामी होने वाले सरस्वती पूजा को लेकर पूजा समिति के सदस्यों के साथ मेदनीचौकी थानाध्यक्ष चितरंजन कुमार की देखरेख में शांति समिति की बैठक आयोजित की गयी. सूर्यगढ़ा बीडीओ मंजुल मनोहर मधुप, सीओ स्वतंत्र कुमार के साथ थाना के अन्य पुलिस पदाधिकारी व कर्मी शामिल थे. थानाध्यक्ष चितरंजन कुमार ने पूजा समिति के सदस्यों से लाइसेंस लेने की अपील की. वहीं डीजे पर पूर्ण प्रतिबंध रखने का निर्देश दिया और जो भी पूजा समिति कार्यक्रम लेंगे, वो लाइसेंस लेकर ही कार्यक्रम करेंगे तथा शांति पूर्वक कार्यक्रम को निबटाने के निर्देश दिये गये.

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