लखीसराय. किऊल आरपीएफ व जीआरपी ने मोबाइल चोर गिरोह का उद्भेदन करते एक सरगना के साथ चार चोर को भी गिरफ्तार किया है. आरपीएफ एवं जीआरपी की इस सफलता में आरपीएफ टास्क फोर्स की बड़ी उपलब्धि बतायी जा रही है. आरपीएफ इंस्पेक्टर अरविंद कुमार ने बताया कि शुक्रवार की रात्रि को मथुरापुर भागलपुर निवासी सागर दास के पुत्र अंकित कुमार एवं नाथनगर भागलपुर निवासी दिलीप शाह के पुत्र दीपक कुमार को प्लेटफार्म संख्या पांच एवं एक-दो से पकड़ा गया. अंकित के पास से पांच मोबाइल बरामद किया गया. वहीं दीपक के पास से एक मोबाइल बरामद किया गया. सभी मोबाइल चोरी का बताया जा रहा है. अंकित एवं दीपक से पूछे जाने पर उसने गिरोह के एक और युवक सह पंजाबी मोहल्ला लखीसराय के निवासी नरेश शाह के पुत्र गौरव कुमार का नाम बताया. अंकित एवं दीपक के निशानदेही पर पंजाबी मोहल्ला में छापेमारी का गौरव को भी गिरफ्तार कर लिया गया. गौरव कुमार से पूछताछ किये जाने पर बताया गया कि वे सब चोरी का मोबाइल कहां बेचते हैं जिस पर गौरव ने बताया कि नाथनगर निवासी सुरेश प्रसाद शर्मा के पुत्र ओमप्रकाश गुप्ता उर्फ बबलू उर्फ राजा भैया के पास सभी चोरी का मोबाइल बेचा जाता है. गौरव के निशानदेही पर जब राजा भैया से ग्राहक बनकर पुलिस द्वारा बातचीत की गयी तो उसके द्वारा नाथनगर के एक सुनसान जगह मनरस कामना मंदिर रोड नाथनगर बुलाया गया. जिसके बाद पुलिस ने राजा भैया को नाथनगर से गिरफ्तार कर लिया. जिसके पास से 12 हजार रुपये नकद बरामद किया गया. जिसके बाद राजा भैया के घर पर छापेमारी की गयी तो वहां से चोरी का दो मोबाइल बरामद किया गया. आरपीएफ इंस्पेक्टर ने बताया कि राजा भैया एक बहुत शातिर अपराधी है. वह अपना ठिकाना बदलते रहता है. राजा भैया का तार हावड़ा से लेकर बांग्लादेश तक जुड़ा हुआ है. जहां चोरी का मोबाइल इसके द्वारा सप्लाई किया जाता है एवं मोटी रकम की कमाई किया जाता है. राजा भैया के यहां किऊल, धरहरा, जमालपुर, भागलपुर, सुल्तानगंज के तरफ का मोबाइल चोर इसके संपर्क में रहता है एवं चोरी का मोबाइल राजा भैया को भेजता है. राजा भैया के द्वारा चोरों से व्हाट्सएप पर बात करते समय और स्थान सेट किया जाता है एवं मोबाइल का दाम निर्धारण किया जाता है. इसके खिलाफ भागलपुर के मुजाहिदपुर थाना में वर्ष 2022 में कांड पंजीकृत है. इस कांड में राजा भैया के यहां से सैकड़ों मोबाइल बरामद भी किया गया था. छापेमारी दल में किऊल जीआरपी थानाध्यक्ष नसीम अहमद, आरपीएफ निरीक्षक अरविंद कुमार सिंह, आरपीएफ के एएसआई झाझा मोहन बैठा, मोकामा के आरपीएफ आरक्षी मुरली मनोहर, किऊल के आरक्षी भुनेश्वर पाल, झाझा आरपीएफ के रमेश कुमार सिंह, बख्तियारपुर आरपीएफ सज्जन कुमार एवं किऊल के जीआरपी एसआइ निधि कुमारी शामिल थे.
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