लखीसराय. किऊल थाना क्षेत्र अंतर्गत किऊल नदी में बने गड्ढे में दब कर रविवार की सुबह एक बालू मजदूर की मौत हो गयी. प्राप्त जानकारी के अनुसार, रविवार की सुबह किऊल थाना क्षेत्र के वृंदावन निवासी बनारसी पासवान के पुत्र 60 वर्षीय जनता पासवान किऊल नदी में गये थे. वहां गड्ढे के नीचे जाने के बाद मिट्टी धंसने से वह मिट्टी के नीचे दब गये. जानकारी होने पर पहुंचे लोगों ने उन्हें जब बाहर निकाला, तो उनकी हालत बेहद खराब हो चुकी थी. आनन-फानन में स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें पास के ही एक निजी क्लीनिक में पहुंचाया गया. जहां चिकित्सक द्वारा उनकी मौत हो जाने की बात कही गयी. वहीं परिजनों को विश्वास नहीं होने पर उन्हें सदर अस्पताल लेकर पहुंचे, वहां भी चिकित्सक द्वारा मृत घोषित कर दिया गया. इसके बाद परिजन शव लेकर घर चले गये. इधर, बताया जा रहा है कि वे बालू मजदूर था. अपने परिवार का भरण पोषण के लिए किऊल नदी से बालू निकाल कर बेचा करते थे. हालांकि घटना को लेकर पुलिस में किसी तरह की शिकायत नहीं की गयी है. इस संबंध में किऊल थानाध्यक्ष बृजेंद्र कुमार ने बताया कि मामले को लेकर परिजनों द्वारा किसी तरह का आवेदन नहीं दिया गया है. किऊल नदी से अवैध बालू खनन व जानलेवा गड्ढा बना दिये जाने के सवाल पर थानाध्यक्ष ने कहा कि इसकी जांच की जायेगी.
बालू मजदूर के निधन पर आर्थिक सहायता की मांग
लखीसराय.
जिले के किऊल थाना क्षेत्र के वृंदावन ग्रामवासी बालू मजदूर की धसान के दौरान बालू से दबकर मौत मामले को काफी दुखद बताते हुए लोजपा रामविलास के प्रदेश स्तरीय नेता जॉन मिल्टन पासवान ने जिला प्रशासन से आर्थिक सहायता देने की मांग की है. श्री पासवान नेकहा है कि मृत मजदूर जनता पासवान काफी निर्धन परिवार से आते हैं. इनके परिजनों को श्रम संसाधन विभाग एवं बाल कल्याण विभाग से मजदूरों को दुर्घटना में मृत्यु के उपरांत परिजनों को मिलने वाली आर्थिक सहायता मिलनी चाहिए. साथ ही किऊल नदी बालू व्यवसाय में स्थानीय मजदूरों को प्राथमिकता के साथ रोजगार देने में जिला प्रशासन को आगे आना चाहिए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है