Lakhisarai Accident: दुनिया में आये भी साथ-साथ और चले गये भी. मंगलवार की रात सड़क दुर्घटना में ऑटो सवार दो जुड़वां भाई भी मौत के शिकार हो गये. मुंगेर जिला के जमालपुर छोटी केशोपुर निवासी वीरो पासवान के जुड़वां 24 वर्षीय पुत्र विकास एवं विनय की मौत हो जाने के बाद अब उसके घर में कमाने वाले उसके पिता ही बचे हैं. वीरो पासवान बताते हैं कि उनकी चार संतान थी. दो बेटी की शादी हो चुकी है. उनके दोनों पुत्र उनका एक मात्र सहारा थे, जिसे भगवान ने उनसे आज छीन ली. अब उनके बुढ़ापे का सहारा बनने वाला कोई नहीं है. भगवान की कैसी लीला है कि 24 वर्ष पूर्व उन्हें दो जुड़वां पुत्र देकर खुशी दी. एक साथ ही उन्हें छीनकर बेसहारा कर दिया.
दो सहोदर भाइयों की भी हुई, तीसरा लड़ रहा मौत से
मंगलवार की देर रात सड़क दुर्घटना में एक ही मुहल्ले के दो जुड़वां भाई के साथ-साथ दो सहोदर भाइयों की भी मौत हो गयी. जबकि तीसरा पीएमसीएच पटना में मौत से जूझ रहा है. जमालपुर छोटी केशोपुर निवासी चेतन पासवान के 20 वर्षीय पुत्र दीवाना कुमार व 18 वर्षीय अमित कुमार की दुर्घटना में मौत हो गयी. जबकि तीसरे पुत्र सागर कुमार को गंभीर हालत में सदर अस्पताल से पीएमसीएच पटना रेफर कर दिया गया है. चेतन पासवान सदर अस्पताल में अपने पुत्र के वियोग में बिलख-बिलख कर रो रहे थे. सदर अस्पताल में बुधवार की अहले सुबह चारों ओर से रोने-बिलखने के आवाज आ रही थी.
Lakhisarai Accident: ऑटो पर सात की जगह 14 लोग थे सवार
मंगलवार की देर रात की सड़क दुर्घटना में ऑटो के परखच्चे उड़ गये. घटनास्थल पर क्षतिग्रस्त ऑटो अपने साइड के विपरीत दिशा में पड़ा था. अनुमान लगाया जा रहा है कि तेज गति से लखीसराय की और जा रहा ऑटो किसी वाहन को ओवरटेक करने की कोशिश कर रहा था. इसी दौरान सामने से आ रहे तेज रफ्तार की ट्रक ने टक्कर मार दी, जिससे की ऑटो परखच्चे उड़ गये. घटनास्थल पर ही आठ लोगों की मौत हो गयी, जबकि एक की मौत सदर अस्पताल में इलाज के दौरान हो गयी. चालक की जल्दबाजी ने नौ लोगों की जान ले ली.
Lakhisarai Accident: ओवरलोडिंग व तेज रफ्तार ने ली जान
सिकंदरा से शादी का कैटरिंग कार्य संपन्न कर चालक समेत कुल 14 लोग ऑटो पर सवार होकर निकले थे. जबकि उस ऑटो पर अधिकतम सात लोग सवार करने की क्षमता है. ओवरलोडिंग व जल्दबाजी में लोग जान गंवा बैठे. रात की सड़क यात्रा, ओवरलोड व तेज रफ्तार दुर्घटना का कारण बन गये. आम तौर पर भी सीएनजी ऑटो की रफ्तार काफी तेज देखी जाती है, दुर्घटना का कारण बनती है.
Lakhisarai Accident: बुजुर्ग मां-बाप का छिन गया सहारा
लखीसराय सदर प्रखंड के बिहरौरा गांव के समीप भीषण सड़क दुर्घटना में जहां जमालपुर के कुल आठ युवकों की मौत हो गयी. वहीं ऑटो चालक सदर प्रखंड के महिसोना पंचायत के महिसोना गांव निवासी महावीर गोस्वामी के पुत्र मनोज गोस्वामी (28 वर्ष) की भी मौत हो गयी. मनोज गोस्वामी अपने बुजुर्ग मां-पिता का एकमात्र सहारा था, जिसे भगवान ने छीन लिया. मनोज अपने घर का एकमात्र कमाऊ सदस्य था. वह ऑटो चलाकर अपने बुजुर्ग मां-पिता के साथ चार बच्चे व पत्नी का भरण-पोषण करता था. मनोज को दो पुत्र व दो पुत्री हैं. अब परिवार में कोई भी कमाऊ सदस्य नहीं बचा है. पंचायत के मुखिया विपिन राम ने मृतक के परिजन की आर्थिक मदद की. मुखिया व प्रखंड प्रमुख प्रतिनिधि राकेश कुमार गुड्डू ने पारिवारिक लाभ योजना के तहत राशि दिलायी.
Lakhisarai Accident: दो पैसे कमाने की जुगाड़ में निकले आठ युवाओं का लौटा शव
पैसे कमाने के जुगाड़ में घर से निकले जमालपुर थाना क्षेत्र के नया टोला केशवपुर के 14 युवाओं में 8 का शव बुधवार को वापस जमालपुर पहुंचा. शव को लखीसराय से 9 एंबुलेंस से जमालपुर लाया गया था. इनकी मौत मंगलवार की रात्रि लखीसराय जिला के रामगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग पर सड़क दुर्घटना में हुई थी. जबकि पांच युवक अभी भी जिंदगी की जंग पीएमसीएच में लड़ रहे हैं. एक साथ एक ही बिरादरी के 8 नौजवानों की मौत से पूरे क्षेत्र में मातम छा गया. एक ओर जहां आंसू और चीत्कारों से बुधवार को पूरा दिन नया टोला केशोपुर दहलता रहा. वहीं मौके पर जमालपुर के पूर्व विधायक एवं राज्य के पूर्व ग्रामीण कार्य मंत्री शैलेश कुमार मृतक के परिजनों से मिलकर अपनी संवेदना व्यक्त की.
एक ही मोहल्ले के आठ नौजवानों की दुर्घटना से दहला क्षेत्र
नया टोला केशोपुर दलित मोहल्ला है. जहां पासवान बिरादरी के लोग रहते हैं. बिरादरी के निम्न वर्गीय लोग मेहनत मजदूरी कर जहां अपना जीवन यापन करते हैं. वहीं कैटरिंग का काम करने के लिए 14 नवयुवक मंगलवार को लखीसराय गये थे. अपना काम कर लौटने के दौरान लखीसराय जिला के रामगढ़ में सड़क दुर्घटना में 14 युवकों में 8 ने अपनी जान गवां दी. जिसका शव बुधवार को जमालपुर पहुंचा. जिसके बाद तो मृतकों के परिजनों के आंसुओं और चीत्कार से पूरे दिन दलित मोहल्ला दहलता रहा. इनके परिजनों को ढ़ाढ़स देने तो कई लोग पहुंचे. लेकिन मृतकों के परिजनों की स्थिति ने पूरे क्षेत्र के आंखों को नम कर दिया.
Lakhisarai Accident: मृतकों में मैट्रिक, ग्रेजुएट व अप्रेंटिस प्रशिक्षित बेरोजगार
इसे विडंबना ही कहा जाएगा कि ग्रेजुएशन करने के बाद भी रोजगार की तलाश में कैटरर के रूप में नया टोला केशवपुर के युवक लखीसराय गये थे. जिन 8 युवकों की मौत हुई, उनमें मैट्रिक व ग्रेजुएट से लेकर रेलवे के एक्ट अप्रेंटिस प्रशिक्षित भी शामिल हैं. जबकि एक मृतक युवक की तो शादी भी हो चुकी थी. मरने वालों में छितन पासवान का बड़ा पुत्र अमित कुमार ग्रेजुएट था. जबकि दूसरा पुत्र आदित्य कुमार बीए पार्ट -1 का विद्यार्थी था. वहीं वीरू पासवान के दो पुत्रों की मौत हुई . जिनमें रामू कुमार उर्फ विकास मैट्रिक पास था. जबकि विनय ग्रेजुएट था. दोनों जुड़वा भाई थे. उपेंद्र पासवान का पुत्र अनुज कुमार मैट्रिक पास था. जबकि शंकर पासवान का पुत्र किशन कुमार ने रेलवे के एक्ट अप्रेंटिस का प्रशिक्षण प्राप्त किया था.
Lakhisarai Accident: ढांढ़स पहुंचाने आये लोग भी नहीं रोक पाये अपने आंसू
छोटे से मोहल्ले के आठ युवकों की मौत से पूरा माहौल गमगीन है. हाल यह है कि मृतकों के परिजनों को ढांढ़स पहुंचाने आ रहे लोग भी मृतकों की आर्थिक हालत व उनके परिजनों के आंसू को देखकर खुद के आंसू को रोक नहीं पा रहे थे. सभी मृतकों के परिवार को पूरे दिन सांत्वना देते रहे. जबकि परिजनों की सिसकियों से पूरा क्षेत्र गमगीन रहा. इधर युवा वर्ग काफी आक्रोशित था. क्योंकि रोजगार का साधन स्थानीय स्तर पर नहीं रहने के कारण ही उन्होंने अपना दोस्तों को खोया था. वहीं इसे लेकर सरकार के विरुद्ध जमकर युवाओं ने नारे लगाये. इस दौरान मृतकों के आश्रितों को अधिकारी सामाजिक सुरक्षा लाभ योजना के तहत 20 हजार रुपए का चेक और कबीर अंत्येष्टि के लिए दिए गये 3 हजार नगद देने पहुंचे. जिसे परिजनों द्वारा अधिकारियों के सामने ही फेंक दिया गया. युवा सरकार के विरुद्ध नारेबाजी करते नजर आये.
Lakhisarai Accident: दो सहोदर, तो दो जुड़वां भाइयों की मौत से टूटा परिवार
लखीसराय के रामगढ़ चौक पर हाइवा की टक्कर से ऑटो सवार 8 युवकों की मौत ने नया टोला केशवपुर को हिला कर रख दिया है. जबकि इस घटना में नया टोला के कई परिवारों ने जहां अपना चिराग खो दिया. वहीं दुर्घटना में एक परिवार के सहोदर दो भाई तथा एक अन्य परिवार के दो जुड़वा भाइयों की मौत ने दोनों ही परिवार को पूरी तरह तोड़ दिया है. इतना ही घर बनाने के लिये अपने बेटे के आने की आस में बैठे एक दिव्यांग पिता की हालत शायद किसी के लिए समझना मुश्किल है.
नया टोला केशापुर निवासी छितन पासवान के दो पुत्र अमित कुमार और आदित्य कुमार की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी. जबकि उसका तीसरा छोटा बेटा सागर कुमार बुरी तरह घायल हो गया है. जो पटना के पीएमसीएच हॉस्पिटल में मौत से जूझ रहा है. वहीं वीरू पासवान के दो पुत्रों विकास कुमार उर्फ रामू तथा विनय कुमार की मौत ने पूरे परिवार को तोड़ दिया. परिजनों के लिए दुख यह रहा है कि दोनों जुड़वा भाई थे और एक साथ आने वाले दोनों भाइयों ने की मौत भी एक साथ हुई. अब इसे केवल भगवान की लीला ही कह सकते हैं. इसके अतिरिक्त जगदीशपुर निवासी शंकर पासवान के पुत्र किशन कुमार की मौत ने भी पूरे परिवार को तोड़ दिया.
Lakhisarai Accident: घर बनाने की आस में बैठे दिव्यांग पिता को मिला पुत्र का शव
नया टोला केशोपुर जहां पूरे दिन मृतकों के परिजनों के चीत्कार से दहलता रहा. वहीं गमगीन माहौल के बीच बैठे दिव्यांग उपेंद्र पासवान की पथराई आंखें उनके दर्द को बयां कर रही थी. जो अपने घर को पूरा करने के लिए कमाने गये बेटे अनुज की आस में थे. लेकिन बुधवार को घर पुत्र तो नहीं, लेकिन पुत्र का शव आया. जिसे देख उपेंद्र पासवान के दर्द को समझना शायद किसी के लिए भी मुश्किल है. लोगों ने बताया कि अनुज ने घर बनाने के लिए कुछ दिन पहले ही ईंट मंगायी थी. वहीं काम शुरू करने के पहले वह खुद कुछ पैसे कमाने निकला था. लेकिन उसकी मौत ने जहां पूरे परिवार को तोड़ दिया है. वहीं दिव्यांग पिता के लिए अब अपने पुत्र को कंधा देना शायद दुनिया का सबसे बड़ा बोझ बन गया है.
Lakhisarai Accident: लखीसराय से नौ एंबुलेंस से जमालपुर पहुंचा मृतकों का शव
लखीसराय में दुर्घटना में मारे गये सभी 8 युवकों का पोस्टमार्टम भी लखीसराय में ही किया गया. हालांकि घटना की सूचना के बाद मृतकों के कई परिजन लखीसराय के लिए रवाना हो चुके थे और उनके घर पर यहां ताला लटका हुआ था. वहीं लखीसराय से इन युवकों के शव को एंबुलेंस से जमालपुर लाया गया था. 9 एंबुलेंस शोर करते हुए लगभग 1:35 बजे कुशो साव चौक पहुंचा. इसके बाद चौक पर सैकड़ों के संख्या में स्थानीय लोगों ने एंबुलेंस को रोक लिया और जमालपुर-धरहरा मुख्य सड़क मार्ग को पूरी तरह बंद कर दिया. इस दौरान स्थानीय लोग मृतकों के आश्रितों को उचित मुआवजा तथा नौकरी देने की मांग करने लगे. वहीं सूचना पर जिला व प्रखंड से अधिकारियों की पूरी फौज मौके पर पहुंची. जहां पीड़ित परिवार के लोगों को पांच-पांच लाख रुपए देने, प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ देने और मकान बनाने के लिए यथाशीघ्र सहायता देने सहित मृतक के आश्रितों को रोजगार की सुविधा उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया गया.