लखीसराय. जिले के 30वें स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान देर शाम आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम का सूबे के उपमुख्यमंत्री सह स्थानीय विधायक विजय कुमार सिन्हा, सूर्यगढ़ा विधायक प्रहलाद यादव सहित जिलाधिकारी रजनीकांत व एसपी पंकज कुमार के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन किया गया. अपने व्यस्त कार्यक्रम की वजह से डिप्टी सीएम ने दिन भर चले कार्यक्रम में शामिल नहीं होकर देर शाम सांस्कृतिक कार्यक्रम में शिरकत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि उन्हें अपने जिला पर गर्व है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ‘निज गौरव पर जिसे हो न अभिमान, व नर नहीं पशु के है समान’. इसके साथ ही उन्होंने लखीसराय जिला के स्थापना काल की चर्चा करते हुए लखीसराय के पूर्व विधायक कृष्ण चंद्र सिंह को याद किया. डिप्टी सीएम ने कहा कि 30 वर्ष पूर्व कृष्णचंद्र सिंह के अथक प्रयास के बाद पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद के द्वारा लखीसराय को जिला का दर्जा प्राप्त हुआ. इससे पूर्व लखीसराय मुंगेर जिला का अनुमंडल हुआ करता था. वहीं उन्होंने लखीसराय के इतिहास पर चर्चा करते हुए कहा कि पाल वंश के समय यह धार्मिक व प्रशासनिक केंद्र हुआ करता था. बौद्ध काल में भी लखीसराय का एक अलग महत्व रहा. वहीं यह क्षेत्र धार्मिक व सांस्कृतिक रूप से काफी सशक्त रहा. यह मंदिरों व धार्मिक स्थल का केंद्र रहा. जिसे अत्याचारियों ने तबाह कर दिया था. उन्होंने कहा कि लखीसराय के अंदर जो भी धरोहर से उसे चिह्नित करने के लिए जिलाधिकारी को कहा गया है. सभी को संरक्षित करने का काम किया जायेगा. साथ ही कहा है कि जहां जहां विरासत व धरोहर है उसे सजाकर लोगों को आकर्षित करें, जिससे लोग यहां पहुंचकर यहां की सांस्कृतिक विरासत को अवश्य देखें. उन्होंने लाली पहाड़ी, सतसंडा, श्रृंगी ऋषि, अशोक धाम, बाला त्रिपुर सुंदरी जगदंबा स्थान सहित जिले के तमाम धरोहरों के बारे में चर्चा की. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि लखीसराय के अंदर पथों की भी भरमार होगी.
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