Bihar News: लखीसराय के सूर्यगढ़ा में सोमवार को एक स्नातक शिक्षक की गोली मारकर हत्या कर दी गयी. मृतक की पहचान मध्य विद्यालय निस्ता में पदस्थापित शिक्षक कैलाश पोद्दार के रूप में की गयी. जो स्कूटी पर सवार होकर अपने स्कूल जा रहे थे. इस दौरान एक चार चक्का वाहन पर सवार अपराधियों ने उन्हें निशाना बनाया और गोली मारकर फरार हो गए. पहाड़पुर गांव यात्री पड़ाव के समीप घटना को अंजाम दिया गया. शिक्षक ने मौके पर ही दम तोड़ दिया.
कार सवार अपराधियों ने शिक्षक को गोली मारी
मिली जानकारी के अनुसार, सोमवार सुबह करीब 9 बजे इस घटना को अंजाम दिया गया. अपराधी चार चक्का वाहन पर सवार थे और घात लगाए हुए थे. मृतक शिक्षक मेदनीचौकी थाना क्षेत्र के देवघरा चंद्रटोला गांव के रहने वाले थे. वह प्रतिदिन की भांति सोमवार की सुबह भी स्कूटी से स्कूल जाने के लिए निकले. तभी पहाड़पुर यात्री पड़ाव के समीप चार पहिया वाहन सवार हत्यारे ने वारदात को अंजाम दिया और फरार हो गए. शिक्षक को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सूर्यगढ़ा लाया गया. जहां जांच के बाद चिकित्सक ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. मृतक शिक्षक देवघरा चंद्र टोला गांव के स्वर्गीय लखन पोद्दार के पुत्र थे.
क्या बोले प्रत्यक्षदर्शी…
मृतक की परिजनों ने बताया की सोमवार के सुबह 8:30 बजे मृतक शिक्षक कैलाश पोद्दार स्कूल जाने के लिए स्कूटी से घर से निकले. थोड़ी देर के बाद उन्हें गोली मारे जाने की जानकारी मिली. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सूर्यगढ़ा आने पर उन्हें मृत पाया. इधर एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि उन्होंने घटनास्थल से दो आवाज सुनी. तभी चिल्लाने की आवाज सुनाई दी. जब तक वे सड़क पर आते स्कूटी सवार शिक्षक गंभीर रूप से जख्मी थे. उन्हें गोली लगी थी. थोड़ी देर बाद घटनास्थल पर ही शिक्षक की मौत हो गई.
घटनास्थल से एक खोखा बरामद हुआ
ग्रामीणों के मुताबिक हत्यारे ने दो गोलियां चलाईं. घटनास्थल से एक खोखा बरामद हुआ है. अपराधी चार पहिया वाहन पर सवार थे और घटना को अंजाम देने के बाद फरार हो गए. इधर मेदनीचौकी थाना अध्यक्ष चितरंजन कुमार ने बताया की मृतक के सीने के दाहिने भाग में एक गोली लगी है जो आर-पार हो गई.
मृतक की पत्नी पूर्व मुखिया रह चुकी हैं
मृतक स्नातक शिक्षक कैलाश पोद्दार की पत्नी प्रेम कुमारी ताजपुर पंचायत की पूर्व मुखिया रह चुकी हैं. मृतक ग्रामीण राजनीति में भी काफी सक्रिय थे. मध्य विद्यालय निस्ता में भी उन्होंने बतौर प्रधानाध्यापक योगदान दिया था. बाद में उन्हें इस पद से हटना पड़ा. इधर हत्या के कारणों की चर्चा हो रही है. हत्या का स्पष्ट कारण अभी पता नहीं चल पा रहा है.