लखीसराय. जिला अंतर्गत सभी सात प्रखंडों में रविवार को जीविका द्वारा वैसी ग्रामीण महिलाओं को सम्मानित किया गया जिन्होंने शून्य से शुरुआत करते हुए अब अपनी पहचान लखपति दीदी के रूप में बनायी है. अब उनकी पहचान कुशल व्यवसायी/स्वरोजगारी के तौर पर है. इसके साथ ही सामुदायिक संसाधन सेवियों को भी सम्मानित किया गया. जिन्होंने समूह गठन से लेकर इनके संचालन एवं महिला सशक्तिकरण तथा स्वावलंबन के लिए उल्लेखनीय कार्य किया है. कार्यक्रम का आयोजन सभी प्रखंडों में चयनित संकुल स्तरीय संघों के कार्यालय में किया गया. दरअसल रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लखपति दीदी कार्यक्रम के अंतर्गत स्वयं सहायता समूह से जुड़ी दीदियों के साथ संवाद किया गया. मुख्य कार्यक्रम महाराष्ट्र के जलगांव में आयोजित हुआ. जहां प्रधानमंत्री मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित हुए और स्वयं सहायता समूह से जुड़ी सदस्यों के साथ संवाद किया. उन्होंने स्वयं सहायता समूह के माध्यम से महिलाओं के स्वावलंबन एवं सशक्तिकरण की प्रशंसा की. कार्यक्रम का सीधा प्रसारण यूट्यूब लिंक के माध्यम से किया गया. बिहार के भी सभी प्रखंडों में चयनित संकुल स्तरीय संघ में जीविका दीदियों ने लखपति दीदी कार्यक्रम को देखा. संकुल स्तरीय संघों में वैसी जीविका दीदियों को सम्मानित किया गया. जिन्होंने जीविका से संबद्ध स्वयं सहायता समूह से जुड़कर अपने को स्वावलंबी और सशक्त बनाया है. स्वरोजगार करते हुए अब प्रति माह 10 हजार रुपये से ज्यादा का मुनाफा कमा रही हैं. अब उनकी परिसंपत्ति भी लाख रुपये से ज्यादा है. लिहाजा उन्हें लखपति दीदी कहा जा रहा है. उन्हीं लखपतियों दीदी के सम्मान में यह कार्यक्रम आयोजित था. लखपति दीदी कार्यक्रम लखीसराय जिला के सभी प्रखंडों में गठित संकुल स्तरीय संघों के कार्यालय हॉल में आयोजित की गयी. कार्यक्रम की अध्यक्षता संकुल स्तरीय संघों की अध्यक्ष ने की. बतौर अतिथि प्रखंड परियोजना प्रबंधक समेत जीविका कर्मी और संकुल स्तरीय संघ से जुड़ी अधिकारी व सदस्य उपस्थित रहीं.
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