यज्ञ समाप्ति पर देवी-देवताओं की प्रतिमाओं को पालकी में रख कराया गांव भ्रमण प्रतिनिधि, चानन प्रखंड के धनवह गांव में आयोजित नौ दिवसीय श्रीश्री 108 लक्ष्मी नारायण महायज्ञ गुरुवार को हवन पूर्णाहुति के साथ संपन्न हो गया. पिछले नौ दिनों से आचार्य जयदेव जी महाराज के सानिध्य में चल रहे यज्ञ के अंतिम दिन विद्वान ब्राह्मणों के द्वारा पूरे विधि-विधान से पूजन व हवन कराया गया. अंतिम दिन यज्ञ मंडप की परिक्रमा करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी थी. हवन समाप्ति के बाद जयदेव जी महाराज का पूजन व आरती किया गया. समिति की ओर से भंडारे का आयोजन किया गया था. उन्होंने कहा कि यज्ञ सभी के लिए प्रेरणादायक है. धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजन से व्यक्ति का जीवन अनुशासित होता है. यज्ञ में देर रात तक भंडारा चलता रहा. हजारों श्रद्धालु प्रसाद के रूप में पूड़ी व बुंदिया ग्रहण किया. यज्ञ कराने आये सभी विद्वान ब्राह्मणों का यज्ञ कमेटी ने विदाई दिया. यज्ञ समापन के बाद यज्ञ में रखे गये प्रतिमाओं का पालकी में रखकर पूरे गांव का भ्रमण कराया गया. जहां श्रद्धालुओं के द्वारा जगह-जगह पर पालकी में सवार भगवानों की आरती उतारी गयी तथा दान पूर्ण किया गया. श्रद्धालुओं के द्वारा जयघोष के नारों से सारा वातावरण भक्तिमय बना हुआ था. यज्ञ समिति का अध्यक्ष हरिचरण साव, सचिव सुनील कुमार वर्मा, कोषाध्यक्ष राजबली साव, संयोजक शंभुनाथ मंडल, पूर्व उप मुखिया सकलदेव बिंद, प्रमुख प्रतिनिधि दिनेश यादव, पूर्व मुखिया ब्रह्मदेव यादव, पैक्स अध्यक्ष मथुरा यादव, सरपंच प्रतिनिधि कपिल यादव, बृज नंदन पासवान, कुमारी अनिता, रीता देवी, सुभाष रजक, संध्या देवी, महेश गुप्ता, सोना देवी चंदन साव, चांदनी देवी, त्रिभुवन वर्मा, क्रांति देवी, मसूदन यादव, राजेंद्र राय, सुधीर मंडल सहित अन्य लोग उपस्थित थे.
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