लखीसराय. खेल भवन में मंगलवार को सुबह डीएम मिथलेश मिश्र ने पत्नी प्रतिभा संग साप्ताहिक आर्ट ऑफ लिविंग कार्यक्रम की शुरुआत की. स्वामी परमतेज जी महाराज, कार्तिक कृष्णा एवं गणेश राम ने बारी-बारी से आर्ट ऑफ लिविंग के महत्व, प्रतिदिन दैनिक जीवन में उतारने एवं खुश रहकर व आनंदमय स्वस्थ्य रखने से बौद्धिक मस्तिष्क से संबंधित परिचय वार्ता की. 22 से 27 अक्तूबर तक चलने वाला आर्ट ऑफ लिविंग कार्यक्रम के पहले दिन मंगलवार को सुबह 7:30 बजे पत्नी प्रतिभा मिश्र संग डीएम मिथिलेश मिश्र, एडीएम सुधांशु शेखर, पत्नी अनामिका कुमारी संग डीडीसी डॉ कुंदन कुमार, एसडीओ चंदन कुमार सहित कई विभागों के अधिकारी, कर्मचारी, स्वंयसेवक एवं आम लोग शामिल हुए. 60 लोग आर्ट ऑफ लिविंग कार्यक्रम में शामिल हुए. स्वामी परमतेज महाराज ने कार्यक्रम के परिचय वार्ता में कहा कि मानव जीवन के हर दिन के तनाव और खिंचाव के बीच खुश रहकर जीना ही आर्ट ऑफ लिविंग है. यह एक प्रकार की तकनीकी है, जिसके माध्यम से हर मनुष्य अपने जिंदगी का तनाव एवं चिंताओं को दूर कर जीवन में आनंददायी खुशियां व मुस्कुराहट ला सकता है. उन्होंने सुदर्शन क्रिया, सहज समाधि ध्यान, अनिंद्रा व चिंता, एडवांस मेडिटेशन व ब्लेसिंग कार्यक्रम की क्रियाओं के माध्यम से स्वास्थ्य और ताजगी जीवन जीने का गुर सिखाया. बुधवार से यह कार्यक्रम हर दिन सुबह 7:30 से 9:30 बजे तक चलेगा.
निजी व सरकारी स्कूल के पीटी टीचर लेंगे आर्ट ऑफ लिविंग की दीक्षा
डीएम ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को बुधवार (23 अक्तूबर) से सभी सरकारी एवं निजी विद्यालय के शिक्षकों को खेल भवन में चल रहे साप्ताहिक आर्ट ऑफ लिविंग कार्यक्रम में अनिवार्य रूप से शामिल होने के लिए पत्र जारी कर आदेशित करने को कहा है. उन्होंने कहा कि उक्त कार्यक्रम की ट्रेनिंग ले लेने से सरकारी एवं निजी स्कूल के बच्चे भी लाभान्वित हो सकेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है