दूसरे दिन 12 लाख रुपये के बिके कृषि यंत्र

कृषि यांत्रिकीकरण मेले के समापन पर लोगों से पराली नहीं जलाने की अपील

By Prabhat Khabar News Desk | December 24, 2024 9:27 PM

हलसी. कृषि विज्ञान केंद्र में दो दिवसीय कृषि यांत्रिकीकरण मेला के दूसरे दिन मंगलवार को 12 लाख रुपये के यंत्र का वितरण किया गया. जिस पर 6.4 लाख रुपये का अनुदान मिलेगा. इन यंत्रों में मुख्य रूप से मल्टी क्रोप थ्रेशर,पावर वीडर, राइस मिल, जीरो टिलेज, चाराकल आदि शामिल थे. सुशासन सप्ताह के दौरान 23 दिसंबर को भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्व चौधरी चरण सिंह की जयंती किसान दिवस के अवसर पर प्रशासन आपके द्वार कार्यक्रम के प्रयास से जिला मुख्यालय लखीसराय के नेतृत्व में हलसी प्रखंड के कृषि विज्ञान केंद्र में दो दिवसीय कृषि यांत्रिकीकरण मेले का आयोजन हुआ.

‘फसल अवशेष के कुशल प्रबंधन’ विषय पर बाल संसद का आयोजन

दूसरे दिन हलसी एवं रामगढ़ चौक प्रखंड में फसल अवशेष प्रबंधन की बढ़ती समस्या को देखते हुए ‘फसल अवशेष के कुशल प्रबंधन’ विषय पर शिक्षा विभाग के साथ मिलकर बाल संसद का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में कई मध्य विद्यालय हलसी, कन्या मध्य विद्यालय हलसी, मध्य विद्यालय धीरा एवं उत्क्रमित मध्य विद्यालय के 225 विद्यार्थियों ने भाग लिया एवं बाल संसद के बच्चों द्वारा फसल अवशेष के प्रबंधन के विषयों पर विचार व्यक्त किये गये, जिसमें बच्चों द्वारा यह अपील की गयी कि फसल अवशेष को न जलाये अवशेष जलाने के बाद इससे कई प्रकार के प्रदूषण, बीमारी, प्रदूषण फैलने से अत्यंत विषैला बीमारी होने का संभावना रहता है. वहीं इसे जैविक खाद में बदल कर एवं चारा आदि में प्रयोग करने से उर्वर धरा का निर्माण करते हुए मिट्टी संरक्षण के साथ इन -सीटू मृदा जल का संरक्षण करना संभव हो सकेगा. सभी बच्चों ने अंत में यह शपथ ग्रहण किया कि हम खेत में फसल अवशेष को नहीं जलने देंगे एवं इस कुरीति को आगे नहीं बढ़ाने देंगे. विदित हो कि मेले में फसल प्रबंधन के लिए कई विकसित यंत्रों का प्रदर्शन किया गया है.

कार्यक्रम को डीएओ सुबोध कुमार सुधांशु, कृषि विज्ञान केंद्र हलसी के वरीय वैज्ञानिक डॉ शंभू राय, डॉ सुनील कुमार, डॉ विनोद कुमार सिंह, डॉ सुधीर चंद्र चौधरी, डॉ निशांत प्रकाश आदि ने वैज्ञानिक विधि से खेती करने कॉपर फार्मूला संबोधित करते हुए कहा अवशेष जलाते पकड़े जाने पर सरकार द्वारा सभी प्रकार के सुविधाओं से वंचित कर दिया जायेगा. इसलिए किसानों से अपील है कि अवशेष को नहीं जलायें और ना किसी को जलाने दें.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version