तीन घंटे का लिया गया मेगा ब्लॉक, कई ट्रेनों का परिचालन हुआ बाधित

दानापुर डिवीजन अंतर्गत मोकामा-लखीसराय स्टेशन के बीच सोमवार को अप एवं डाउन लाइन में मेगा ब्लॉक लिया गया.

By Prabhat Khabar News Desk | September 9, 2024 9:21 PM

लखीसराय. दानापुर डिवीजन अंतर्गत मोकामा-लखीसराय स्टेशन के बीच सोमवार को अप एवं डाउन लाइन में मेगा ब्लॉक लिया गया. जिसके कारण अप एवं डॉउन से होकर गुजरने वाली ट्रेनों का परिचालन काफी विलंब से हो सका. अप में 10 बजकर 30 मिनट में ब्रह्मपुत्र एक्सप्रेस के बाद 16 बजकर 40 मिनट पर, विक्रमशिला एक्सप्रेस के बाद 17 बजे धनबाद-पटना एक्सप्रेस को तीन नंबर पर से खोला गया. जबकि बांका-राजेंद्र नगर एक्सप्रेस को प्लेटफॉर्म नंबर 4 पर शाम पांच बजे तक खड़ी रही. वहीं डाउन में 23208 पटना-जसीडीह एक्सप्रेस 16 बजकर 40 मिनिट पर किऊल रेलवे स्टेशन से रवाना किया गया. लोकमान्य तिलक एक्स 17 बजे किऊल रेलवे स्टेशन पहुंची. लोकमान्य तिलक के पीछे बलिया-सियालदह एवं बलिया सियालदह के पीछे मिथिलांचल एक्सप्रेस को लिया गया. अशोक धाम हॉल्ट पर 12 बजे 15 बजकर 30 मिनट तक मेगा ब्लॉक लिया गया. ट्रेनों की विलंब होने के कारण पूरे दिन यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. यात्री लगेज एवं परिजनों के साथ भागलपुर हावड़ा, पटना, दिल्ली आदि जगहों पर जाने के लिए ट्रेन की नियत समय से पहुंचे हुए थे. वह सब ट्रेन के विलंब होने के कारण रेल प्रशासन को कोस रहे थे.

अशोक धाम हॉल्ट से कुरौता-पतनेर सरफेस ट्रायंगल पर निरीक्षण आज

लखीसराय. मनकट्ठा-लखीसराय स्टेशन के बीच अशोक धाम हॉल्ट से कुरौता-पतनेर सरफेस ट्रायंगल पर नयी विद्युतीकरण बीजी सफ्रेश ट्रायंगल निरीक्षण के बाद पूर्वी प्रमंडल कोलकाता के मुख्य संरक्षा आयुक्त के द्वारा किया जायेगा. निरीक्षण के बाद विशेष ट्रेन से तीव्र गति से स्पीडी ट्रायल कराया जायेगा, इसके लिए मुख्य संरक्षा आयुक्त का स्पेशल ट्रेन 7:10 पर किऊल रेलवे स्टेशन पहुंच जायेगी. स्टेशन प्रबंधक विकाश कुमार चौरासिया ने बताया कि मुख्य संरक्षा आयुक्त के आने की सूचना उन्हें दी गयी है कि मुख्य सरक्षा आयुक्त का का स्पेशल ट्रेन 7 बजकर 55 मिनट पर किऊल से रवाना कर दिया जायेगा. सरफेस ट्रायंगल पर पहले धीमी गति से स्पेशल ट्रेन के द्वारा नयी विद्युतीकरण के साथ-साथ पटरी का निरीक्षण करते हुए कुरौता पहुंचेंगी, जिसके बाद स्पेशल ट्रेन से तीव्र गति से स्पीड ट्रायल कराया जायेगा. इस बीच लोगों से आह्वान किया गया कि स्पीडी ट्रायल के दौरान रेलवे लाइन के इर्द-गिर्द लोग खड़े नहीं हो और न ही रेलवे ट्रैक को पार करें. चेतावनी के बावजूद अगर रेलवे ट्रैक पर किया जाता है एवं किसी तरह की दुर्घटना होती है, तो इसकी जिम्मेदारी रेलवे की नहीं होगी.

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