मिथिलेश मांझी ने रेलवे गार्ड की नौकरी लगाने के नाम पर की ठगी

पुलिस की वर्दी पहनकर फर्जी आइपीएस बने मिथिलेश मांझी ने अब लोगों को नौकरी लगाने के नाम पर रुपये ठगी करने लगा है, जिसकी शिकायत हलसी थाने में की गयी है.

By Prabhat Khabar News Desk | November 1, 2024 8:52 PM

हलसी. पुलिस की वर्दी पहनकर फर्जी आइपीएस बने मिथिलेश मांझी ने अब लोगों को नौकरी लगाने के नाम पर रुपये ठगी करने लगा है, जिसकी शिकायत हलसी थाने में की गयी है. विदित हो कि हलसी थाना क्षेत्र के फर्जी आइपीएस मिथिलेश मांझी पहचान की मोहताज नहीं है. गुगल पर नाम डालते ही कई फोटो, वीडियो और न्यूज देखने को मिलता है. मिथिलेश मांझी बिहार के साथ-साथ अन्य राज्यों में भी छा गया है. लालजीत मांझी ने बताया कि उनके साथ फर्जी आइपीएस मिथिलेश मांझी द्वारा रेलवे गार्ड में नौकरी लगाने के नाम पर ठगी कर ली गयी है. पीड़ित ने बताया कि उससे मिथलेश मांझी ने कहा था कि रेलवे में गार्ड की नौकरी दिला देगा. जब वे बिना पढ़े लिखे आइपीएस बन सकता है तो तुम्हें रेलवे की नौकरी क्यों नहीं मिल सकती है. इसी लोभ में उसने मिथिलेश मांझी को रुपये दे दिये. लालजीत मांझी ने बताया कि उसने मिथिलेश मांझी को एक लाख पांच हजार रुपये दिया, उसके बाद मिथिलेश मांझी उसे दो बार झाझा स्टेशन पर भी घूमने ले गया और वहीं से दो कलर का झंडा हरा और लाल रंग का दिया गया, जिसको वे अभी घर में रखे हुए हैं. लालजीत मांझी ने बताया कि मिथिलेश मांझी के साथ सोखू मांझी उसका फूफा साथ में आया-जाया करता था. वहीं सोखू मांझी ने कहा की मिथिलेश ने कितने लोगों की नौकरी लगायी है. अब मिथिलेश मांझी से पैसा मांगने पर मोबाइल बंद कर लिया जाता है. घर पर जाने पर मिथिलेश मांझी के पिता के द्वारा कहा जाता है पैसा भेजेगा तो हम दे देंगे. इस संबंध में लालजीत मांझी ने हलसी थानाध्यक्ष विकास तिवारी को लिखित प्रतिवेदन दिया है. वहीं हलसी थानाध्यक्ष विकास तिवारी ने मिथिलेश मांझी के साथ मोबाइल पर संपर्क साधा तो मिथिलेश मांझी ने कहा कि छठ पर्व के बाद लालजीत मांझी को पैसा दे देगा. मिथिलेश मांझी ने बताया कि वे लालजीत मांझी से कर्ज के रूप में पैसा लिया था, न की नौकरी लगने के नाम पर लिया था. जानकारी हो कि गांव में मिथिलेश मांझी पर आरोप है कि उसने कई लोगों को रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी की है. ठगी के शिकार विमल मांझी और जयराम कुमार सहित कई लोगों ने थाने में एफआइआर दर्ज करायी है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version