रेलवे द्वारा अनाधिकृत रूप से हटाने का लगाया आरोप
पीरीबाजार. क्षेत्र के अंतर्गत अभयपुर रेलवे स्टेशन के निकट बसे नट जाति के लोगों ने बुधवार को डीएम कार्यालय में कुल 33 लोगों के द्वारा हस्तांतरित लिखित आवेदन दिया है. जिसमें बताया गया है कि घोसैठ मौजा के अंतर्गत खाता संख्या 31, 128 एवं खसरा 2426,2427, 24 28 पर बिहार सरकार द्वारा दिये गये बासगीत पर्चा की जमीन पर बसे हुए नट जाति को अवैध रूप से हटाने तथा जबरदस्ती रेलवे द्वारा घर तोड़कर हटवाया जा रहा है. आवेदन में कहा गया है कि नट जाति के लोग 70 से 80 वर्षों उक्त स्थल पर निवास कर रहे हैं. वर्षों पहले कुछ असामाजिक तत्वों ने उन सभी नट जाति के लोगों की झोपड़ी को जला दिया था. जिसकी जांच पड़ताल की गयी. जांच पड़ताल में पता चला कि उक्त जमीन रैयती जमीन है. बिहार सरकार ने जिलाधिकारी मुंगेर को निर्देश दिया गया था कि सभी नट जाति को बसे हुए जमीन पर वासगीत पर्चा निर्गत कर इंदिरा आवास के तहत घर बनाने के लिए उचित राशि दी जाय. इसके आलोक में जिलाधिकारी एवं अन्य पदाधिकारी के द्वारा जांच पड़ताल कर बासित पर्चा दिया गया और इंदिरा आवास के तहत घर बनाने हेतु राशि दी गयी, जिसके बाद से अब तक हम लोग उक्त घर में निवास कर रहे हैं. जिसका दस्तावेज आवेदन के साथ संलग्न है. साथ ही आवेदन में कहा गया है कि अगर नट जाति जमीन नहीं छोड़ता है तो फिर नट जातियों के घरों को जला देंगे, ताकि सभी नट जाति उजड़ जायेगा. वहीं रेलवे पर आरोप लगाते हुए कहा गया है कि रेलवे बिना किसी नोटिस बिना किसी दस्तावेज देखे तोड़ने आया था. हो हंगामा के बाद पांच दिन का समय दिया गया है. पांच दिन बाद बुलडोजर से उनका घर तोड़ देंगे. इस संबंध में उचित न्याय की जाय.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है