लखीसराय. एसपी अजय कुमार के निर्देश पर रविवार की अहले सुबह एएसपी अभियान मोती लाल के नेतृत्व में बन्नूबगीचा व चानन थाना क्षेत्र के विभिन्न क्षेत्रों में एसएसबी बन्नूबगीचा व एसटीएफ बसुआचक व जिला पुलिस बल ने संयुक्त रूप से सर्च ऑपरेशन चलाया. ढारीसीर, सीमरातरी, दमकिया, सिंघौल, तेतरिया, न्यू बांकुरा, न्यू बरमसिया, जानकीडीह, बेलदरिया, कछुआ, महजनमा आदि जंगली क्षेत्रों में अभियान चलाया गया. इस दौरान टीम के बांकुरा पहुंचने पर एक व्यक्ति को संदेहास्पद स्थिति पकड़ पूछताछ किये जाने पर उसकी पहचान पीरीबाजार थाना क्षेत्र के हदहदिया निवासी रामेश्वर कोड़ा के पुत्र छोटेलाल कोड़ा उर्फ माधो कोड़ा के रूप में की गयी, जो वर्ष 2020 से ही नक्सल कांडों में फरार चल रहा था. गिरफ्तार करने के बाद एसपी पंकज कुमार ने अपने कार्यालय में रविवार को आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि माधो कोड़ा आत्मसमर्पित इनामी नक्सली अर्जुन कोड़ा व बालेश्वर कोड़ा का सहयोगी रहा है. फिलहाल वह पुलिस से बचने के लिए बाहर काम करता था. उन्होंने कहा कि गिरफ्तार नक्सली से पूछताछ के बाद अग्रतर कार्रवाई की जायेगी. एसपी ने बताया कि गिरफ्तार नक्सली पर कजरा थाना में दो व पीरीबाजार थाना में एक नक्सल मामला दर्ज है. इसमें कजरा थाना में कांड संख्या 98/20 में बरमसिया से एक नक्सली की गिरफ्तारी व सर्च के दौरान गोली, बारूद, विस्फोटक, नक्सल रसीद आदि की बरामदगी हुई थी. वहीं कजरा थाना कांड संख्या 79/21 के तहत नक्सलियों द्वारा मजदूरों के साथ मारपीट करते हुए उन्हें गंभीर रूप से चोटिल करने एवं ऑटो को आग लगाकर सड़क निर्माण कार्य में लगे ठेकेदार व मुंशी से रंगदारी स्वरूप 10 लाख रुपये लेवी की मांग करने का आरोप दर्ज है. वहीं पीरीबाजार थाना में कांड संख्या 133/21 के तहत पंचायत चुनाव को लेकर नक्सली के किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के उद्देश्य से एकत्रित होने व पुलिस बल को देखते ही जान मारने के उद्देश्य से ताबड़तोड़ फायरिंग करने का आरोप दर्ज है. प्रेस वार्ता के दौरान एएसपी अभियान मोती लाल, एसएसबी के सहायक कमांडेंट सौरभ रंजन, एसटीएफ चीता के एसआई मो कमाल अंसारी भी मौजूद थे.
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