मेदनीचौकी. सूर्यगढ़ा-मुंगेर एनएच 80 पर पहाड़पुर गांव के समीप सोमवार की सुबह कार व ऑटो की टक्कर में ऑटो सवार दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गयी, जबकि पांच अन्य के घायल होने बात कही जा रही है. जिसमें गंभीर रूप से घायल दो लोगों को सीएचसी सूर्यगढ़ा से सदर अस्पताल रेफर किया गया है. ग्रामीणों की मानें तो इस घटना का एक कारण जर्जर सड़क भी है. बताया जा रहा है कि फोर्ड कार मुंगेर के तरफ से आ रही थी और ऑटो सवारी लेकर सूर्यगढ़ा से मुंगेर की ओर जा रहा था. पहाड़पुर फुलवा ढाला के पास एनएच 80 सड़क के बीच जर्जर गड्ढे को ऑटो दायां साइड कट कर मारते हुए निकल रहा था, इसी बीच सूर्यगढ़ा के तरफ से ही जा रहा हाइवा ऑटो से ओवरटेक कर रहा था, इसी क्षण मुंगेर के तरफ से तेज रफ्तार में आ रही फोर्ड कार से चकमा खाकर ऑटो आमने-सामने टकरा गया. जिससे ऑटो चालक के दायां साइड बैठे रोजगार सेवक पंकज सिंह और ऑटो चालक सुरेंद्र महतो की सीधे चोट खाकर घटनास्थल पर ही मौत हो गयी. दुर्घटना पर देखने जुटी भीड़ एनएच 80 के जर्जर सड़क को ही दुर्घटना का बड़ी वजह बता रही थी, क्योंकि बीच सड़क पर अगर गड्ढे जैसा जर्जर नहीं होता तो ऑटो सड़क पर सीधा चलता, उसे जर्जर सड़क पर मुड़ने की जरूरत नहीं पड़ती. जिससे दुर्घटना टल सकता था.
हादसे का हब बन गया है किरणपुर पंचायत का पहाड़पुर गांव
किरणपुर पंचायत का पहाड़पुर गांव के सामने एनएच 80 सड़क दुर्घटना का हब बन गया है. एक सप्ताह पूर्व 22 अप्रैल को भी शादी कार्यक्रम में शरीक होने आये लोग व घर वाले सहित चार लोगों को अज्ञात ट्रक ने रौंद दिया. जिसमें चार लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी थी. अभी सात-आठ दिन बाद फिर से सड़क हादसा ने दो लोगों की जान ले लिया. किरणपुर पंचायत के मुखिया शैलेंद्र कुमार, बंशीपुर पंचायत के मुखिया के अनुसार अवगिल से लेकर किरणपुर ढाला तक एनएच 80 सड़क काफी जर्जर रहता है. सड़क पर वाहनों के लोड बढ़ने से सड़क पर बीच में दर्जनों जगह दरार बना है और आवागमन में दरार का दायरा बढ़ता जा रहा है. वहीं सड़क की चौड़ाई भी एनएच के लायक नहीं है. तेज रफ्तार में दौड़ते वाहन और जर्जर सड़क का दंश लोगों की जिंदगी छीन रहा है. वहीं हाइवा ट्रक के अनियंत्रित रुप से एनएच 80 पर परिचालन भी दुर्घटना का वजह बन रहा है. इन ट्रक चालकों पर स्थानीय प्रशासन भी लगाम नहीं लगा पायी रही है. जिससे लोग दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं.ऑटो चला कर परिवार-बच्चे का करता था भरण-पोषण
कार और ऑटो के आमने-सामने टक्कर में ऑटो चालक की मौत हो जाने से परिवार का सहारा ही छीन गया. मृतक चालक के शव पर फूट-फूटकर रोती बिलखती पत्नी चमेली देवी कह रही थी कि पति ही पुरे परिवार का सहारा था. अब दुर्घटना से सहारा छीन जाने से वह बेसहारा हो गयी है. मृतक को एक बेटा व एक बेटी है, दोनों शादीशुदा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है