लखीसराय. राष्ट्र सेवा दल, राज्य इकाई की तरफ से लखीसराय के पटेल नगर स्थित सावित्रीबाई फुले सभागार में प्रांतीय बैठक सह संवाद का आयोजन किया गया. मौके पर उपस्थित संगठन के राज्य कार्याध्यक्ष उदय ने कहा कि आजादी की लड़ाई में जिस राष्ट्रवाद का उभार हुआ वह बहुभाषी, बहुधर्मी और बहुसांस्कृतिक विविधताओं पर आधारित था. जिस पर आज बार-बार हमलावर हो रहे हैं. समाजवादी समाज को रोकने वाले लोग, राष्ट्र सेवा दल के प्रांतीय सचिव रविन्द्र कुमार सिंह ने जमुई, समस्तीपुर और लखीसराय में कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर, युवा-युवती समता प्रशिक्षण शिविर आयोजन, सदस्यता अभियान, संगठन निर्माण संबंधी प्रस्ताव रखा, जिसे सर्वसम्मति से पारित किया गया. आज के दूसरे सत्र में ‘आजादी आंदोलन के मूल्यों के वास्ते, संविधान के रास्ते’ विषयक संवाद का आयोजन किया गया. जिसकी अध्यक्षता राष्ट्र सेवा दल के महामंत्री शाहिद कमाल साहब और संचालन राष्ट्रीय प्रशिक्षक नंदलाल मंडल ने किया. उन्होंने कहा कि आजादी के गर्भ से पैदा लिया राष्ट्र सेवा दल का एक महत्वपूर्ण योगदान है. हमारे स्वर्णिम वर्तमान में लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता, वैज्ञानिक दृष्टिकोण, राष्ट्रवाद, समाजवाद पर आधारित दृष्टिकोण से देशभर के किशोरों युवाओं को जनतांत्रिक मूल्यों के साथ समाजवादी समाज निर्माण कार्य में लगाने वास्ते और संविधान को मानने वाले लोगों की जमात खड़ी करने का प्रयास कर रहा है. वर्तमान समय में देश पर मंडराते खतरों से सतर्क रहने की आवश्यकता है. चर्चा सत्र को संबोधित करते हुए बोधगया भूमि मुक्ति आंदोलन के साथी कारु भाई ने कहा कि हजारों साल से गरीबों, दलितों को दबाकर रखने वाली जमात आज फिर से फन उठाये बैठी है. युवाओं को उठ खड़ा होना चाहिये. महिला महाविद्यालय, शेखपुरा के प्राध्यापक अजय कुमार ने कहा कि समता और समाजवाद के लिए नौजवान पीढ़ी को आगे आना होगा. विश्व से तानाशाही खत्म करना है तो संविधान को बचाना ही होगा. संवाद कार्यक्रम को कमलेश्वरी मेहता, दीप्ति कुमारी, मिथलेश प्रसाद, सुनील कुमार मंडल, रहीश कुमार, नेहा कुमारी, ममता कुमारी, राहुल कुमार, खुशबू देवी, सपना कुमारी, रानी देवी, वेद प्रकाश भारती, स्नेहलता कुमारी, नीतीश कुमार और अशोक करूणा सिंह ने संबोधित किया.
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